रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सीजी स्कूल डॉट इन पोर्टल पर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए ऑनलाईन पढ़ाई की सुविधा का शुभारंभ किया. उल्लेखनीय है कि स्कूली बच्चों की पढ़ाई के लिए सीजीस्कूलडॉटइन (cgschool.in) पोर्टल प्रारंभ किया गया है. इसी पोर्टल पर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए भी ऑनलाईन पढ़ाई की सुविधा प्रारंभ की गई है.

बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य शासन द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन के कारण महाविद्यालय विगत कई दिवसों से बंद है तथा सभी स्तर की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है. लॉकडाउन समाप्त होने के पश्चात लंबित परीक्षाओं का आयोजन एवं आगामी शिक्षा सत्र का भी समय पर संचालन कठिन चुनौती होगा. इसको देखते हुए आगामी शिक्षा सत्र में क्लासरूम शिक्षण के साथ-साथ ऑनलाइन महाविद्यालयीन विद्यार्थियों को भी अध्ययन-अध्यापन की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, उच्च शिक्षा विभाग की सचिव अलरमेल मंगई डी उपस्थित थीं.

इस पोर्टल में वर्तमान में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमानुसार सामग्री के रूप में पी.डी.एफ., ऑडियो तथा वीडियो लेसन उपलब्ध हैं, निकट भविष्य में स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमानुसार अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी. पोर्टल में महाविद्यालयों के प्राध्यापकों द्वारा शिक्षकों के रूप में पंजीकृत होकर अध्ययन-अध्यापन से संबंधित सामग्री विषयवार अपलोड की जा रही है, जिसका पोर्टल में पंजीकृत महाविद्यालयीन छात्र उपयोग कर सकेंगे.

इस पोर्टल पर वर्तमान में 32 हजार 314 विद्यार्थी तथा 3 हजार 385 प्राध्यापक पंजीकृत हो चुके हैं. अध्ययन सामग्री के रूप में 1241 वीडियो, 280 कोर्स मटेरियल तथा 18 ऑडियो फाईल और 137 फोटो अपलोड किए जा चुके हैं. पोर्टल में इसके साथ ही अन्य बहुत सी ऐसी सुविधाएं है, जो साधारणतया केवल कक्षा में ही मिलती है, जैसे इस पोर्टल पर एप एवं अन्य उपलब्ध एप के माध्यम से ऑनलाइन इंटरएक्टिव कक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें प्राध्यापक एवं छात्र अपने-अपने घरों से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ सकेंगे. इन ऑनलाइन कक्षाओं में प्राध्यापक छात्रों को पढाएंगे और छात्र प्रश्न भी पूछ सकेंगे. इस प्रकार ऑनलाइन क्लास का अनुभव कक्षा में उपस्थिति जैसा ही होगा.

इतना ही नहीं, इस पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के समस्त महाविद्यालयीन विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ द्वारा तैयार वीडियो लेक्चर, नोट्स सुगमता से प्राप्त हो सकेंगे. जैसे कि सुकमा के विद्यार्थी जशपुर के प्राध्यापक से पढ़ाई कर सकेंगे एवं भविष्य में भी ऑनलाइन कक्षाओं और वीडियो से पढ़ाई करने की सुविधा रहेगी.

छात्रों को ऑनलाइन होम असाईनमेंट टेस्ट भी दिया जाएगा. जिसे वे घर पर पूर्ण कर अपने मोबाइल से फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर देंगे, इसके बाद संबंधित प्राध्यापक उसे ऑनलाइन जांच कर वापस छात्र को भेज देंगे, इस प्रकार छात्र घर बैठे ही अपनी गलतियों को समझ कर उसमें सुधार सकेंगे.

लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी इस पोर्टल का उपयोग लगातार होता रहेगा. छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं आदिवासी क्षेत्रों के महाविद्यालयों जहां प्राध्यापकों उपलब्ध नहीं होते वहां के महाविद्यालयों के लिए भी यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी होगा. प्रदेश के छात्र अपने महाविद्यालय के प्राध्यापकों तक ही सीमित न होकर प्रदेश के अन्य प्राध्यापकों के माध्यम से भी पढ़ाई कर सकेंगे.