रायपुर। कांग्रेस 9 साल के बाद एक बार फिर से चिंतन शिविर करने जा रही है. उदयपुर में तीन दिनों तक चलने वाले चिंतन शिविर में कांग्रेस भविष्य की रणनीति को लेकर मंथन करेगी. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी चिंतन शिविर में शामिल हो ने जा रहे हैं. रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.

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इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि आज दिल्ली जा रहा हूं, दिल्ली में पूरे AICC के सदस्य रहेंगे. राहुल गांधी के नेतृत्व में सब से बैठ के एक साथ जाएंगे. रास्ते भर चर्चाएं होंगी.

बघेल ने कहा कि कल से चिंतन शिविर की शुरुआत होगी. अलग-अलग विषयों में बांटा जाएगा. सभी लोगों को अलग-अलग ग्रुपों में बांटा जाएगा. प्रमुख रूप से 6 विषय पर चर्चाएं होंगी.

केरल और छत्तीसगढ़ मॉडलों पर चर्चा होगी. 2023 में विधानसभा चुनाव है और 2024 में लोकसभा चुनाव है. इस चिंतन शिविर के बाद चुनावी तैयारी मुख्य रूप से की जाएगी. कैसे संगठन को मजबूत करें. एनएसयूआई और महिला कांग्रेस की साथियों को जोड़ते हुए जिम्मेदारी दी जाएगी.

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सीएम बघेल ने राष्ट्रद्रोह कानून पर कहा कि 2019 के घोषणा पत्र में जब कांग्रेस ने रखा था, तब भारतीय जनता पार्टी के लोग इसका विरोध कर रहे थे. आज वही बात उच्चतम न्यायालय द्वारा कही गई, भारतीय जनता पार्टी के लोग इस पर मौन क्यों हैं.

बागी विधायकों को बीजेपी में शामिल करने पर सीएम ने कहा कि मैं पहले ही कह रहा हूं कि बीजेपी के विधायकों की टिकट कटने वाली है. नए लोगों को बीजेपी सामने लाएगी. वह सब बातें सबके सामने अब आ रही हैं. उनके पार्टी का आंतरिक मामला है, किसको ले रहे हैं, किसको नहीं ले रहे हैं. उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा ?

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बगेल ने कहा कि बीजेपी के लोगों को उनका समझ नहीं है. गाय के नाम पर सिर्फ वोट मांग सकते हैं. गोबर खाद के ऊपर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रहे हैं. उसके गुणवत्ता पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रहे हैं. हमारे पास लैब है उसमें टेस्ट करने के बाद ही उपयोग किया जा रहा है.

दूसरी बात किसान भी इसका का उपयोग कर रहे हैं, जो किसान वर्मी कंपोस्ट का उपयोग कर रहे हैं, वह लोग खुद बता रहे हैं कि काफी अच्छा है. सूरजपुर जिले गया था तो किसान टिबलू राम से मैंने मुलाकात की, वो खुद बता रहे हैं कि मैं वर्मी कंपोस्ट की उपयोग कर अच्छी फसल ले रहा हूं.

बता दें कि इस साल गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव हैं, तो वहीं 2023 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि 2024 में लोकसभा चुनाव है. इसी को लेकर कांग्रेस अब एड़ी चोटी एक करने में लगी है.