सत्यपाल सिंह,रायपुर। लोकसभा, राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल के पास होने और राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसे अपने राज्य में लागू करने से मना कर दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम भी CAB को छत्तीसगढ़ में लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने यह बयान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के ट्विट के जवाब में कही है. मंत्री सिंहदेव ने ट्विट करते हुए कहा था कि संवैधानिक मूल्यों पर हमले की इस बिल को हम अपने राज्य में लागू नहीं होने देंगे.

सीएम भूपेश ने पासपोर्ट में कमल का निशान छापे जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का स्तर इतना नीचे गिर गया है. पार्टी सिंबोल कमल को पासपोर्ट में छापवा रही है. इससे और कितना नीचे गिरेगी. सुबह मंत्री सिंहदेव ने भी ट्वीट के जरिए सवाल उठाते हुए पूछा था कि क्या भाजपा का पार्टी चिन्ह अब पासपोर्ट पर राष्ट्रीय प्रतीक की जगह लेने जा रहा है ? टीएस सिंहदेव ने इस बात पर भी सवाल उठाए था कि अब देश में आगे क्या होगा ?

दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित आंदोलन में शामिल होने दिल्ली रवाना हो गए है. कांग्रेसी दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर को भारत बचाओ आंदोलन में जुटेंगे. वहां छत्तीसगढ़ के धान ख़रीदी का मुद्दा गूंजेगा.

उन्होंने कहा कि देश की जो प्रमुख समस्या है. चाहे मंदी हो, बेरोज़गारी हो, चाहे वो हमारे छत्तीसगढ़ से चावल नहीं ख़रीदने का मामला हो और जो वर्तमान परिदृश्य है. इसे लेकर दिल्ली में बड़ी रैली होगी. हमारे छत्तीसगढ़ से भी हज़ारों की तादाद में कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल हो रहे हैं.

झारखंड चुनाव में राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ मॉडल की तारीफ़ की थी. इसे लेकर सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने जनता से जो वादे किए थे, उसे लगातार पूरा कर रही है. चाहे धान ख़रीदी का मामला हो, किसानों को ऋण माफ़ी, आदिवासियों का ज़मीन वापसी, सभी को राशन देने की बात हो, इन सभी बातों को राहुल गांधी ने चुनाव के पहले कहा था. हम लगातार इन्हीं वादों को पूरा कर रहे हैं.