रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अंतर्राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस पर प्रदेशव्यापी वर्चुअल योगाभ्यास और योग परामर्श कार्यक्रम का शुभारंभ किया है. भूपेश ने कहा कि योग एक सरल, सस्ता और सुलभ माध्यम है. जिसे अपनाकर हम वर्तमान और भविष्य के खतरों से खुद को बचा सकते हैं. यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ योग आयोग ने कोविड-19 की चिकित्सा से स्वस्थ हुए व्यक्तियों, होम आइसोलेशन और क्वारेंटाइन में रह रहे व्यक्तियों, उनके परिवार के सदस्यों, वैक्सीन का प्रथम डोज ले चुके व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है. योग की निःशुल्क वर्चुअल कक्षाएं 31 मई से आगामी एक वर्ष तक चलेंगी.
मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस है. इस दिवस को मनाने के मूल में सभी के स्वास्थ्य की चिंता ही है. इसके साथ ही साथ अब कोरोना वायरस के कारण हो रहे नुकसान की भी चिंता शामिल हो गई है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने हम सभी के स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचाया है. जो लोग संक्रमण से बच गए हैं, उन्हें भी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी लहर पर नियंत्रण पाया जा चुका है, लेकिन तीसरी लहर की आशंका भी सामने है. उस तीसरी लहर का सामना करने के लिए भी हमें शारीरिक और मानसिक रूप में तैयार रहना होगा. कोरोना की दूसरी लहर के समय हम सबने देखा कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर रही, उनके प्राण संकट में पड़ गए थे.
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योग से वर्तमान और भविष्य के खतरों से बच सकते हैं
उन्होंने कहा कि योग एक ऐसा सरल, सस्ता और सुलभ माध्यम है. जिसे अपनाकर हम वर्तमान और भविष्य के खतरों से खुद को बचा सकते हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर शासन ने आज से वर्चुअल योगाभ्यास कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है. इस कार्यक्रम के माध्यम से योग की शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा. जो लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं, जो लोग अब भी होम क्वारंटाइन में हैं, जो लोग टीके का पहला डोज ले चुके हैं, जो लोग बुजुर्ग हैं, जिन लोगों को अपनी सेहत को लेकर चिंता है, जो लोग नशा मुक्त होना चाहते हैं. ऐसे सभी लोग इस वर्चुअल योगाभ्यास कार्यक्रम का लाभ उठा सकते हैं.
योग की कक्षाओं का होगा लाइव प्रसारण
आज से योग कक्षाएं अनवरत चलती रहेंगी. सोशल मीडिया पर इन कक्षाओं का लाइव प्रसारण होगा. साथ ही इनकी रिकार्डिंग भी उपलब्ध रहेगी. कोई भी, कभी भी, इन कक्षाओं का लाभ उठा सकता है. जूम एप, गूगल मीट, सिस्को वेब एक्स आदि के माध्यम से इन योग कक्षाओं से लाइव जुड़कर भी इनका लाभ उठाया जा सकता है. बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रहने वाले लोग तो इन कार्यक्रमों का लाभ ले ही सकेंगे, जो लोग छत्तीसगढ़ के बाहर रहते हैं. वे भी सोशल प्लेटफार्म के माध्यम से इसका लाभ ले सकेंगे. उन्होंने इस कार्यक्रम को शुरू करने के लिए समाज कल्याण विभाग और छत्तीसगढ़ योग आयोग को बधाई दी.
योग प्राचीन भारतीय परंपरा और संस्कृति की अमूल्य धरोहर
महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा कि आज नशा करने की प्रवृत्ति विश्व स्तर पर भयावह हो गई है. ऐसी स्थिति में जन सामान्य को योग विशेषज्ञों के द्वारा नियमित योगाभ्यास कराकर नशे से दूर रखा जा सकता है. योग प्राचीन भारतीय परंपरा और संस्कृति की अमूल्य धरोहर रही है. योग लोगों के मन, विचार, कर्म को संयमित रखते हैं. योग विद्या का उद्भव हजारों वर्ष प्राचीन है. वर्तमान समय में योगाभ्यास को चिकित्सकों द्वारा वरीयता दी गई है.
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