चंडीगढ़। पंजाब में PM मोदी के दौरे को लेकर नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. दरअसल 14 फरवरी को पीएम के जालंधर दौरे के कारण नो फ्लाई जोन बनाया गया था. इसके अलावा पिछले दौरे में हुई सुरक्षा में चूक को लेकर भी प्रशासन अलर्ट था. नो फ्लाई जोन के कारण सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के हेलिकॉप्टन को उड़ने की इजाजत नहीं दी गई, जबकि उन्हें होशियारपुर में आयोजित राहुल गांधी की रैली में शामिल होने के लिए जाना था. इसके अलावा चन्नी के हेलिकॉप्टर को पहले चंडीगढ़ और फिर सुजानपुर में उड़ान भरने से रोक दिया गया. दो बार हेलिकॉप्टर रोके जाने के बाद CM चन्नी भड़क गए. उन्होंने कहा कि राजनीतिक वजहों से मुझे प्रचार नहीं करने दिया जा रहा. मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं, कोई आतंकवादी नहीं.

CM चन्नी के हेलीकॉप्टर को नहीं मिली उड़ान की इजाजत, PM मोदी के दौरे को देखते हुए नो फ्लाई जोन

 

इधर, PM मोदी ने भी जालंधर की रैली में इस विवाद का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि जब वे गुजरात के CM थे और उन्हें भाजपा ने PM उम्मीदवार बनाया था, तब पठानकोट से हिमाचल में प्रचार के लिए जाते वक्त उनका हेलिकॉप्टर रोक दिया गया था. मोदी ने कहा कि तब कांग्रेस के युवराज (राहुल गांधी) अमृतसर में कहीं आ रहे थे, तब उनकी वजह से मेरा हेलिकॉप्टर नहीं उड़ने दिया गया, जबकि वह सिर्फ एक सांसद थे. इस वजह से मुझे हिमाचल प्रदेश में दो रैलियां रद्द करनी पड़ी थीं. उन्हें सत्ता का इतना घमंड था.

 

पीएम की सुरक्षा के मुद्दे पर सियासत नहीं करनी चाहिए- बीजेपी

इस मामले में भाजपा नेताओं का कहना है कि यह PM की सुरक्षा का मामला है. CM को इस पर सियासत नहीं करनी चाहिए. इधर, CM चन्नी के हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी गई, तो उन्हें सड़क मार्ग से ही चुनाव प्रचार के लिए जाना पड़ा. ​​​​​​
गौरतलब है कि सोमवार सुबह चन्नी को हेलिकॉप्टर से होशियारपुर जाना था, जहां उन्हें राहुल गांधी की रैली में शामिल होना था. इसके लिए उन्हें चंडीगढ़ से उड़ान भरनी थी. हालांकि, PM के दौरे को लेकर पंजाब में नो फ्लाई जोन बनाया गया था, जिसके चलते चन्नी के हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने की इजाजत नहीं मिली. करीब एक घंटे तक हेलिकॉप्टर में बैठे रहने के बाद उन्हें घर लौटना पड़ा. CM चन्नी ने कहा कि उन्हें 11 बजे की इजाजत मिली थी, लेकिन ऐन मौके पर मना कर दिया गया. हालांकि अफसरों से बातचीत के बाद उन्हें हेलिकॉप्टर से जाने की इजाजत दे दी गई थी.

 

5 जनवरी को सुरक्षा में चूक के कारण पंजाब से वापस लौट गए थे पीएम मोदी

5 जनवरी को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली फिरोजपुर में होने वाली थी, लेकिन सुरक्षा में चूक के कारण उन्हें बिना रैली किए ही पंजाब से दिल्ली वापस लौट जाना पड़ा था. दरअसल 5 जनवरी को मौसम खराब होने की वजह से पीएम मोदी बठिंडा से सड़क मार्ग के जरिए फिरोजपुर जा रहे थे. फिरोजपुर के गांव प्यारेआणा में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पीएम मोदी के जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया था. इसे पीएम मोदी की सुरक्षा में गंभीर चूक मानी गई. हाईवे ब्लॉक होने की वजह से उन्हें 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहना पड़ा था. इस कारण वे रैली स्थल तक नहीं जा सके थे. एनएसजी ने तुरंत पीएम मोदी के वापस लौटने का फैसला लिया था. बठिंडा के भिसियाना एयरपोर्ट पर पहुंचकर पीएम मोदी ने अधिकारियों को तंज कसते हुए कहा था कि अपने सीएम को धन्यवाद कहना कि मैं यहां तक जिंदा लौट पाया.

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सुरक्षा चूक पर घिरीं पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां

इसके बाद पीएम की सुरक्षा चूक पर पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां घिरी हुई हैं. सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अगुवाई में इसकी जांच शुरू करवाई है. वहीं पीएम मोदी ने कहा है कि वे इस पूरे मामले में चुप हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट इसे पूरी गंभीरता से देख रहा है और उनका एक भी बयान पूरी कार्रवाई पर प्रभाव डाल सकता है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की जांच कमेटी द्वारा दिए गए नतीजों तक का इंतजार करना चाहिए.