शिखिल ब्यौहार,भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में रोज की तरह आज भी पौधा रोपण किया. सीएम शिवराज ने कहा कि संत रविदास जी अद्भूत संत थे. जीवन मूल्य सियाराम मय सब जगजानी है. उन्होंने सेवा का नया इतिहास रचा है. उन्होंने समरसता का संदेश दिया. अपनी भक्ति से अपने सेवा के भाव से ऐसा इतिहास रचा. कई राजा रानी उनके शिष्य थे. सामाजिक समरसता के अग्रजूत थे. सरकार भव्य मंदिर सागर में बनाने जा रही है.

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आज से पांच यात्रा होंगी शुरू

सीएम शिवराज ने कहा कि मेरी घोषणा अब साकार होने जा रही है. पांच यात्रा आज से शुरू होंगी. पूरे प्रदेश से नदियों का जल और मिट्टी का संग्रहण किया जाएगा. सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए यात्रा निकाली जाएंगी. सागर में 12 अगस्त को भूमिपूजन होगा. भव्य मंदिर के साथ संत रविदास का स्मारक भी बनेगा. भूमिपूजन के कार्यक्रम में पीएम मोदी आएंगे. समरसता की एक यात्रा की शुरूआत मैं सिंगरौली से करूंगा.

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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी अद्भुत संत थे. भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों और विशेषकर “सियाराम मैं सब जग जानी” के भाव को मानकर संत रविदास ने न केवल भक्ति अपितु सेवा का भी एक नया इतिहास रचा. “ऐसा चाहूँ राज मैं जहाँ मिलै सबन को अन्न-छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न” और “मन चंगा तो कठौती में गंगा”, “प्रभुजी तुम चंदन हम पानी-जाकी अंग-अंग बास समानी”- प्रभु जी तुम घन बन हम मोरा, जैसे चितवत चंद चकोरा- प्रभु जी तुम दीपक हम बाती-जाकी जोति बरै दिन राती” जैसे समरसता के अद्भुत संदेशों और अपने सेवाभाव से संत रविदास जी ने ऐसे भाव का सृजन किया जिससे कई राजा-रानी उनके शिष्य बने.

मुख्यमंत्री ने कहा कि संत रविदास सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे. राज्य सरकार सागर में उनका एक भव्य स्मारक बनाने जा रही है. संत रविदास जयंती पर मैंने इस आशय की घोषणा की थी, यह घोषणा अब साकार हो रही है. प्रदेश के अलग-अलग पाँच स्थानों से आज पाँच यात्राएँ आरंभ हो रही हैं. गाँव की मिट्टी और नदियों का जल एकत्रित करते हुए और सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए यह यात्राएँ सागर पहुँचेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सिंगरौली से यात्रा प्रारंभ करेंगे. सिंगरौली के साथ-साथ ये यात्राएँ धार, श्योपुर, बालाघाट और नीमच से भी आरंभ हो रही हैं.

आज से लाड़ली बहना का पंजीयन शुरू

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज लाड़ली बहना का दिन है. दो संशोधन नियमों में किया है. एक 21 से 23 साल की विवाहित बेटियां छूट गई थी. जिन्हें योजना में शामिल किया जाएगा. ट्रैक्टर मालिक और पांच एकड़ का प्रावधान भी समाप्त किया गया है. आज से पंजीयन शुरू होंगे.

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