रायपुर-  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत आज जशपुर जिले के ग्राम पंचायत मुख्यालय खरकट्टा (विकासखंड-पत्थलगांव) में आयोजित समाधान शिविर में अचानक शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम पंचायत मुख्यालय नागरा (विकासखंड-रामचंद्रपुर) में आयोजित समाधान शिविर में भी जनता से मुलाकात की। डॉ. सिंह ने दोनों शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारियों को बारी-बारी से मंच पर बुलाया और उन्हें लोक सुराज अभियान के प्रथम चरण में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की कार्रवाई के बारे में जनता के बीच जानकारी रखने के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने जशपुर जिले के ग्राम खरकट्टा के समाधान शिविर में प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत पत्थलगांव संभाग में मजरो-टोलों और घरों के विद्युतीकरण की प्रगति पर खुशी जताई। उन्होंने विद्युत कंपनी के कार्यपालन अभियंता श्री भौमिक द्वारा आगामी जून 2018 तक विद्युतीकरण का लक्ष्य पूर्ण कर लिए जाने की जानकारी देने पर उनकी प्रशंसा की। भौमिक ने मुख्यमंत्री को बताया कि पत्थलगांव विकासखंड के सभी 529 मजरो-टोलों का विद्युतीकरण जून 2018 तक कर लिया जाएगा।

डॉ. सिंह ने भौमिक से पूछा-कितनी नौकरी बची है आपका रिटायरमेंट कब है ? श्री भौमिक ने बताया कि जुलाई 2018 में वह रिटायर हो जाएंगे। मुख्यमंत्री विद्युतीकरण की दिशा में श्री भौमिक के कार्यों से इतने प्रसन्न हुए कि उन्होंने उनसे कहा-सरकार को आपके जैसे मेहनती और कर्त्तव्यनिष्ठ अधिकारियों की जरूरत है। आपको हम इतनी जल्दी रिटायर नहीं होने देंगे।
डॉ. रमन सिंह ने समाधान शिविर के मंच से ही श्री भौमिक को सेवावृद्धि देने की घोषणा की। समाधान शिविर में ग्राम पंचायत खरकट्टा सहित क्षेत्र के गरीब परिवारों की 200 महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन वितरित किए। मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप एक गरीब महिला श्रीमती पुरोबाई को अपने हाथों से गैस कनेक्शन दिया। डॉ. रमन सिंह ने शिविर में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में अधिकारियों के साथ-साथ ग्रामीणों से जानकारी ली। उन्होंने कलेक्टर को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत विगत दो माह से लंबित मजदूरी भुगतान जल्द कराने के निर्देश दिए। इस समाधान शिविर के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत कुल 182 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 93 हितग्राहियों की पेंशन स्वीकृत कर दी गई।

मुख्यमंत्री ने शिविर में ग्राम खरकट्टा, भुलाडांड और खजरी में पेयजल समस्या के निराकरण के लिए पांच-पांच लाख रूपए की लागत से सोलर पंप लगवाने, ग्राम दर्री महुआ में तीन लाख रूपए की लागत से अतिरिक्त कक्ष निर्माण और ग्रामीणों की मांग पर निस्तार के लिए तामता जलाशय के आसपास के गांवों के तालाबों में पानी भरने के निर्देश दिए। संसदीय सचिव श्री शिवशंकर पैकरा, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव अजय सिंह, विशेष सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव मुकेश बंसल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने समाधान शिविर में पत्थलगांव विकासखंड के 529 मजरो-टोलों में सौभाग्य योजना के तहत विद्युत कनेक्शन प्रदाय करने की जानकारी ली। इस पर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री के.डी. भौमिक ने मुख्यमंत्री को बताया कि इन मजरो-टोलों में विद्युत कनेक्शन प्रदाय करने का कार्य तेजी से चल रहा है और जून 2018 तक शत-प्रतिशत गांवों में बिजली कनेक्शन दे दिए जाएंगे। इसी तरह कम-वोल्टेज की समस्या के निराकरण के लिए 132 के.व्ही. सबस्टेशन निर्माण का कार्य पत्थलगांव में तेजी से चल रहा है, जो आगामी मई माह तक पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने भौमिक के कार्य पर प्रसन्नता प्रकट करते हुए उनसे पूछा कि आपकी कितनी नौकरी बची है। भौमिक ने बताया कि जुलाई 2018 में उनका रिटायरमेंट है। उन्होंने श्री भौमिक के कार्य के प्रति निष्ठा को देखते हुए उन्हें सेवा वृद्धि देने की मंच से ही घोषणा की। ग्राम पंचायत नगरा (जिला-बलरामपुर-रामानुजगंज) के समाधान शिविर में मुख्यमंत्री के साथ विधायक श्री बृहस्पति सिंह, मुख्य सचिव अजय सिंह और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।