शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने पर्यावरण दिवस (Environment Day) से प्रारंभ हो रहे जल संरक्षण अभियान (Jal Sanrakshan Abhiyan) को लेकर बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जल सम्मेलन आयोजन, जल संरचनाओं के अतिक्रमण हटाने के अभियान और जल स्त्रोतों को उपयोगी बनाने के लिए कैंपेन चलाए।

जल संरक्षण अभियान को लेकर हुई समीक्षा बैठक में सीएम मोहन यादव ने कहा कि शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी सार्वजनिक प्याऊ संचालित हो। पेयजल के कारण कहीं भी समस्या नहीं होना चाहिए। तेज गर्मी से नागरिकों को बचाने के लिए शहर और गांव में आवश्यक शेड और छांव की व्यवस्था की जाए। जहां आवश्यक हो ग्रीन नेट और वाटर स्प्रे के माध्यम से तेज गर्मी से लोगों को राहत दिलवाई जाए। स्थानीय निकाय सक्रिय भूमिका निभाएं।

‘जल ही जीवन है, केवल घोष वाक्य नहीं है’, CM मोहन बोले- 5 से 15 जून तक जल स्रोतों के संरक्षण-पुनर्जीवन के लिए चलेगा अभियान

आपको बता दें कि प्रदेश में 5 जून पर्यावरण दिवस से गंगा दशमी पर्व तक जलस्रोतों के संरक्षण और पुर्नजीवन के लिए अभियान चलाया जाएगा। दस दिन की अवधि में हर जिले में जल के स्रोतों, जैसे नदी, कुंआ, तालाब, बावड़ी आदि को साफ स्वच्छ रखने और आवश्यकता होने पर उनके गहरीकरण के लिए गतिविधियां संचालित की जाएंगी। यह कार्य समाज की भागीदारी से होगा, इससे जल स्रोतों के प्रति समाज की चेतना जागृत करने और जनसामान्य का जल स्रोतों से जीवंत संबंध विकसित करने में मदद मिलेगी।

सावधान! जल स्रोतों से खुद हटा लें अतिक्रमण, संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए सरकार चलाएगी विशेष अभियान, CM मोहन खुद करेंगे समीक्षा

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H