नेहा केशरवानी, रायपुर। छत्तीसगढ़ छेरछेरा का त्योहार आज बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. सुबह से ही बच्चों की टोलियां दान लेने के लिए निकली है. इसी कड़ी में दूधाधारी मठ में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां CM भूपेश बघेल शामिल हुए. इस दौरान भूपेश बघेल ने दूधाधारी मठ में मत्था टेका. साथ ही पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की.

दुधादारी मठ की ओर से धान के साथ साथ 2 लाख 11 हजार का दान मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए दिया गया है. इस दौरान सीएम ने कहा कि किसान फसल काटने के बाद मिंजाई कुटाई करने के बाद छेरछेरा मांगने वालों को देते हैं. पशु पक्षी सबके भोजन की व्यवस्था किसान करते हैं.

सीएम ने कहा कि पौनी पसारी, खेल संगठन, संस्कृतिक संगठन महिला समूह सब मांगने जाते हैं. राशि इकट्ठे कर संगठन मजबूत करने का काम करते हैं. अन्नदाता कहते हैं कि अन्न मेरे घर आया है, उसमें सबका अधिकार है. दान लेने और देने दोनों की परंपरा है.

बघेल ने कहा कि दान देने से उदारता की भावना और दान लेने से अहंकार खत्म होता है. ये हमारी परंपरा है, हम छोटे थे तो बोरा लेकर मांगने जाते थे, हमारा पूरा संगठन जाता था. कितने भी बड़े लोग रहे, अपने अंदर का अहंकार समाप्त होता है. ऐसी हमारी परंपरा है.

वहीं उन्होंने कहा कि बालाजी की कृपा से अच्छी फसल हुई है. 85 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी कर चुके हैं. साथ साथ पेमेंट भी हो रहा है. कोई शिकायत नहीं मिली. खाते में पैसा जा रहा है. ऐसी व्यवस्था आज तक नहीं हुई, जो इस साल हुई है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus