संदीप भम्मरकर, भोपाल। मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस में कोरोना से हुई मौतों को लेकर सियासी घमासान जारी है. कोरोना के इंडियन वैरिएंट को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ के बयान पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ‘कमलनाथ वैरिएंट’ कहकर सियासी जंग को और तेज कर दिया. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर कमलनाथ और कांग्रेस पर पलटवार किया है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ बोलकर मध्यप्रदेश में आग लगाना चाहती है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के झूठ का स्तर तो देखिए! प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ अपने बयान में कह रहे हैं कि अभी मैं रामचंद्र अग्रवाल जी से मिलकर आया हूं, उन्होंने मुझे बताया कि उनकी मृत्यु नकली रेमडेसिविर से हुई है. अब मृत्यु के बाद रामचंद्र जी बता रहे हैं कि उनकी मृत्यु कैसे हुई है.’ सीएम ने कहा कि कमलनाथ के बयान से अंदाजा लगाइए कि कांग्रेस का स्तर कितना नीचे चला गया है. ऐसी झूठी कांग्रेस से जनता को सावधान रहने की जरूरत है.

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‘कमलनाथ वैरिएंट’
वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ की तुलना जयचंद और मीर जाफर से कर दी है. उन्होंने कहा कि जयचंद और मीर जाफर के बाद देश को बदनाम करने और अपमानित करने वाला नया कमलनाथ नाथ वैरिएंट आया है. उनमें उम्र के इस पड़ाव पर भी इतनी पद लोलुपता हावी हो गई है कि वे देश को बदनाम करने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं. वे मुर्दों से बात कर रहे हैं और कब्रिस्तान में लाशें गिन रहे हैं.

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मौतों के आंकड़ों पर मचा बवाल
गौरतलब है कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों को लेकर सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं. वे शुक्रवार को मैहर के दौरे पर गए थे. जहां उन्होंने प्रेसव्रार्ता में एक बार फिर कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े को लेकर शिवराज सरकार को घेरा था. कमलनाथ ने दावा किया कि प्रदेश में डेढ़ लाख लाशें श्मशान पहुंची हैं. इनमें से 80 फीसदी शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से किया गया है. यह आरोप भी लगाया था कि जनता को दिखाई देने वाले सरकारी आंकड़े झूठे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत महान नहीं, बल्कि बदनाम है. हालत यह है कि विदेशों में अब भारतीय ड्राइवरों की टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नहीं है. इसके लिए पीएम मोदी और उनकी सरकार जिम्मेदार है.

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