जशपुरनगर. अगर आप प्रकृति के बीच स्वच्छ वातावरण में अपने परिवार के साथ समय बिताने आना चाहें तो बगिया में बनी पर्यावरण वाटिका आपका इंतजार कर रही है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज पर्यावरण वाटिका का लोकार्पण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाटिका परिसर में नारियल, सुपाड़ी और सीता अशोक का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया.

53 लाख रुपए की लागत से निर्मित लगभग 28 हेक्टेयर में बने पर्यावरण वाटिका में एडवेंचर जोन, औषधीय गुणों से भरपूर पौधे, चिल्ड्रन पार्क, वाटर फॉल, मेडिटेशन हट, तितलियों के जीवन चक्र को प्रदर्शित करती तितली जोन और कई निर्माण कराएं गए हैं, जो लोगों को प्रकृति के और भी करीब ले जाकर आनंदमय अनुभव कराती है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद ग्रामीणों से कहा कि इसके बन जाने से यहां पर रोजगार के अवसर निर्मित होंगे.

वाटिका में लगाये गए हैं औषधीय गुणों से भरपूर पौधे

पर्यावरण वाटिका में जंगल ट्रेल का निर्माण किया गया है. जहां योग जोन, आरोग्य वन पथ, जंगल जिम, तितली जोन, मोगली एडवेन्चर जोन, आक्सीजन बूथ, पैगोडा, गजराज जोन, तालाब, नेचुरल झूले, किड्स प्ले जोन बनाया गया है. यहां पर विभिन्न औषधीय गुणों से भरपूर हर्रा, गिलोय, बेली बांस, सर्पगंधा, अश्वगंधा, बारबाडोस लिली, पुदीना, लेमनग्रास, पत्थरचट्टा, आँवला आदि पौधे लगाए गए हैं.

वाटिका में निर्मित तितली जोन में तितली के पर्यावरण में योगदान को प्रदर्शित करते हुए तितली के सम्पूर्ण जीवन चक्र को दर्शाया गया है. यहां पर जशपुर में पाई जाने वाली सभी तितलियों की प्रजातियों को भी प्रदर्शित किया गया है. इस प्रदर्शन का उद्देश्य तितलियों के बारे में लोगों को जानकारी देने के साथ उनके संरक्षण के महत्व के बारे में भी बताना है.

मोगली एडवेन्चर जोन में बच्चों के लिए हैं विभिन्न साहसिक खेल

वाटिका में बने किड्स प्ले जोन में बच्चों के लिए आकर्षक झूले लगाए गए हैं. जिसमें प्राकृतिक झूलों को लगाया गया है. इसके अतिरिक्त बच्चों के मनोरंजन के लिए मोगली एडवेन्चर जोन बनाया गया है. जहां कमांडो नेट, टायर वॉक, बैलेंस ब्रिज, टायर क्लाइम्बिंग, रोप वॉक, इंक्लाइंड लॉग, कार्गो नेट, सिंगल लाइन ब्रिज, बर्मा ब्रिज आदि बनाये गए हैं.

वाटिका में सरई छांव के रूप में प्राकृतिक पैगोडा का निर्माण किया गया है. जहां परिवार के साथ प्रकृति का आनंद लिया जा सकता है. यहां पर आदिम कलाकारों द्वारा आदिम संस्कृति को प्रदर्शित करती काष्ट मूर्तियां भी लगाई गई हैं. इस वाटिका में पर्यावरण के प्रति जागृति दिखाते हुए बांस के बने आकर्षक डस्टबिन भी लगाए गए हैं.

मुख्यमंत्री ने बच्चों को दिए फल और ड्राय फ्रूट्स

मुख्यमंत्री जब भी बच्चों से मिलते है पूरे वात्सल्य भाव से मिलते हैं. आज जब मुख्यमंत्री पर्यावरण वाटिका का अवलोकन कर रहे थे तब उन्होंने वहां खेल रहे बच्चों को अपने पास बुलाया और उनसे प्रेम भाव से बात की. मुख्यमंत्री ने उन्हें खाने के लिए फल और ड्राय फ्रूट्स दिए. प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले दीपांशु यादव, नीतू देवार, भीम विश्वकर्मा, रितेश राम सहित अन्य बच्चे मुख्यमंत्री से मिलने के बाद काफी खुश नजर आए.

इस अवसर पर सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष मती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, पीसीसीएफ अरुण पांडेय, कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी जितेन्द्र उपाध्याय, आईएफएस निखिल अग्रवाल, रामप्रताप सिंह, भरत सिंह, सुनील गुप्ता सहित अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे.