रायपुर. EOW में CGPSC की एफआईआर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ट्वीट कर लिखा, आज CGPSC महाघोटाले के आरोपी पूर्व अधिकारियो एवं नेताओं पर EOW ने एफ़आईआर दर्ज कर दी है. इस महाघोटाले में अपने भविष्य की बलि देने वाले मेरे सभी बच्चो को आश्वस्त करता हूं कि आपके साथ हुए अन्याय का हिसाब होगा.
साय ने आगे लिखा, गुनहगार बचेंगे नहीं, हम आपकी प्रतिभा का सौदा करने वालों को उनके अंजाम तक पहुंचाकर रहेंगे. बता दें कि छत्तीसगढ़ में पीएससी भर्ती गड़बड़ी मामले में तत्कालीन पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, जीवन किशोर ध्रुव समेत कुछ नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है.
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भाजपा लगातार इस मामले को उठाता रहा है. सरकार में आने से पहले भाजपा ने वादा किया था कि हमारी सरकार आई तो पीएससी मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों को जेल भेजा जाएगा. भाजपा ने इस मामले को अपने आरोप पत्र में भी शामिल किया था. ऐसे में वादे के मुताबिक, भाजपा सरकार ने मामले की सीबीआई जांच कराने का फैसला भी ले चुकी है. अब दोषियों पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है.
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गौरतलब है कि 11 मई 2023 को सीजी पीएससी 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी हुआ था. इसमें 171 पदों पर पीएससी ने भर्ती की थी, जिसमें 15 लोगों का चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ था. बीजेपी ने आरोप लगाया था कि मेरिट लिस्ट में पीएससी चेयरमैन के रिश्तेदारों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं के करीबियों को जगह मिली है. इन आरोपों के बाद लोक सेवा आयोग आरोपों के घेरे में थी और बीजेपी के नेता ननकी राम कंवर ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी. इसके बाद कोर्ट ने 18 लोगों की नियुक्ति को रोकने के आदेश दिए थे.
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