वाराणसी. उत्तर प्रदेश में विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल से बिजली व्यवस्था ठप हो गई है. मामले में हाईकोर्ट ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया है. विद्तुय कर्मचारियों के नेताओं के खिलाफ जमानती वारंट भी जारी किया है. इसी बीच दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी नाराज दिखे. बैठक में सीएम योगी ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी से कहा कि ऐसी व्यवस्था कराएं कि जनता को दिक्कत न होने पाए.
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दरअसल, शुक्रवार को बाबतपुर एयरपोर्ट से मुख्यमंत्री करखियांव के इंटीग्रेटेड पैक हाउस का निरीक्षण किया. इसके बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान बैठक में सीएम योगी ने कहा कि अराजकता पैदा करने वाले बिजली कर्मचारियों को सूचीबद्ध करें. बिजली फीडर बंद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि सरकार प्रतिवर्ष 20 हजार करोड़ रुपए पावर कॉरपोरेशन को उसका घाटा पूरा करने के लिए देती है.
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गौरतलब है कि यूपी में बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है. गुरुवार रात से पूरे राज्य में कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. कर्मचारियों ने कहा है कि अगर हमारे किसी कर्मचारी पर एक्शन लिया गया तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे. वहीं, मंत्री एकेशर्मा ने स्पष्ट कहा है कि अत्यावश्यक सेवाओं में शामिल विद्युत व्यवस्था में किसी भी प्रकार का व्यवधान डालने पर एस्मा के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में रुकावट पैदा करने वाले और लोगों की उपलब्ध सुविधाओं में अड़चनें पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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