पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. शासन ने 27 एएनएम फर्जी भर्ती मामले में भले ही गरियाबंद सीएमएचओ डॉ ए.के.एस. रात्रे को निलबिंत कर दिया हो, लेकिन युवा कांग्रेस अब तक हुई इस कार्यवाही से खुश नहीं है, बल्कि की गई इस कार्यवाही को युवा कांग्रेस अधूरी बता रही है.

बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमित मिरी के मुताबिक शासन ने सीएचएमओ डॉ ए.के.एस. रात्रे को निलबिंत करके केवल अधूरी कार्यवाही की है, जबकि सीएचएमओ डॉ अरुण कुमार रात्रे द्वारा की गई 27 एएनएम की फर्जी भर्ती को निरस्त करने सहित अब तक उन पर हुये व्यय की वसूली करना शेष करना है.

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वही एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष केशव सिन्हा ने इस मामले में पूरी कार्यवाही की मांग करते हुए कहा, कि यदि शासन द्वारा जल्द ही बाकी कार्यवाही नहीं की जाती है, तो वे एक बार फिर धरना प्रदर्शन और जल सत्याग्रह करने पर मजबूर हो जायेंगे.

बता दें कि 27 अतिरिक्त पदों पर नियुक्ति के शिकायत के बाद स्वास्थ्य संचनालय से हुई जांच में इस बात की पुष्टि हो गई कि हुई कि रात्रे द्वारा 27 अतिरिक्त पदों की नियुक्ति शासन से बिना अनुमति के की गई है. जारी आदेश में बताया गया है कि ग्रामीण स्वास्थ्य सयोंजक(महिला) के 14 पद के लिये 18 जुलाई 2016 को शासन स्तर पर भर्ती की अनुमति दी गई थी, लेकिन सीएमएचओ समेत अन्य जिम्मेदारों ने मिलीभगत कर 14 के बजाए 27 अतिरिक्त समेत 41 पदों पर नियुक्ति आदेश जारी कर दिया.जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए 29 मई को गरियाबंद सीएमएचओ डॉ ए.के.एस. रात्रे को सस्पेंड कर ही दिया था. लेकिन इस कार्रवाई के दौरान विभाग ने 27 एएनएम की फर्जी भर्ती को न तो निरस्त और न ही इन्हें दिये गये वेतन की वसूली की.