चंद्रकांत देवांगन. दुर्ग. भिलाई स्टील प्लांट में मिलीभगत से जमकर कोयला तस्करी हो रही है. दुर्ग पुलिस ने 1 करोड़ रूपये का कोयला जब्त लिया है. मामले पर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीँ मुख्य आरोपी को फरार बताया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक जेपी नगर छावनी स्थित संजीव (संजू) डागा की मारुति इंटरप्राइजेस गोदाम में छावनी पुलिस ने अचानक दबिश दी. जहां से करीब 150 टन चोरी का कोयला जब्त किया है.

जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ बतायी जा रही है. आरोपी बीएसपी से बोरों में चोरी कर कोयला को भर रहे थे. बीएसपी और रेलवे यार्ड में चोरी कर लाता है, मुख्य आरोपी द्वारा इस कार्य को करने के लिए बाकायदा अपने लोगो से काम करता था , जो चोरी कर कोयला इसकी गोदाम तक पहुंचाते हैं. इसमें चार आरोपियों को पुलिस ने मौके से रंगे हाथ दबोच लिया पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 41 (1,4) 379 के तहत जुर्म पंजीबद्ध किया है.

संजीव (संजू) डागा चोरी का कोयला लाकर अपने ऑफिस और गोदाम में छुपाया रखा था. पुलिस की आने की भनक मुख्य आरोपी संजीव (संजू) ढागे को लग गया ,जिसके बाद मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गया लेकिन मुख्य आरोपी के साथ इस अवैध कारोबार में सहयोग करने वालो को पुलिस गिरफ्तार किया पकडे गए आरोपियों में प्रितेश ढागे ,आकाश गायकवाड, मनोज साहू, शंकर वर्मा, अवध राम देवांगन शामिल है. कोयला का अवैध कारोबार करने वाले फरार मुख्य आरोपी संजीव (संजू) डागा की तफ्तीश में जुट गई है. मुख्य आरोपी की गिरफ्तार किये जाने के बाद ही बड़ा खुलासा हो पायेगा.

भिलाई स्टील प्लांट में लगे CISF जवानों के द्वारा प्लांट को सुरक्षा मुहैय्या कराया जाता है. लेकिन सुरक्षा के जिम्मा में लगे सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत से के बैगर बड़ी मात्र में कोयला की चोरी हो रही थी और लेकिन बीएसपी प्रबंधन को कनो-कान खबर नही थी. जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कोयला कारोबारियों और सुरक्षा पर लगे जवानो के मिलीभगत से पूरा कोयला चोरी का खेल चला रहा था.