दिल्ली. एक कप बेहतरीन कॉफी पीने की ख्वाहिश के चक्कर में बहुत से लोग न जाने क्या क्या जतन कर डालते हैं. लोगों की इसी पसंद का ख्याल रखते हुए देश में कई सारी कॉफी कंपनियां अपने आउटलेट खोलकर लोगों को उनकी पसंद की बेहतरीन कॉफी उपलब्ध कराने का काम कर रही हैं. स्टारबक्श कैफे भी कॉफी के शौकीनों के लिए ऐसा नाम है जिसे वो हमेशा याद रखते हैं. कॉफी के शौकीनों के लिए स्टारबक्श ऐसी जगह है जहां एक कप कॉफी के साथ ढेर सारा सुकून भी मिलता है.
इन दिनों स्टारबक्श कॉफी के शौकीनों की ख्वाहिश पूरी करने से इतर एक लड़ाई कोर्ट में लड़ रही है. जी हां, कंपनी दिल्ली के एक कॉफी चेन कंपनी से खासी परेशान है. इसका नाम रखा गया है सरदारबख्श, दरअसल स्टारबक्श के मैनेजमेंट को अपनी कंपनी से मिलते जुलते नाम से कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन हद उस वक्त हो गई जब दिल्ली बेस्ड इस नई नवेली कॉफी कंपनी ने न सिर्फ नाम बल्कि लोगो भी स्टारबक्श की नकल करके तैयार किया. इसके बाद कंपनी ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. अब दिल्ली हाईकोर्ट ने सरदारबख्श को अपना नाम सरदारजी बख्श रखने औऱ कंपनी का लोगो बदलने का आदेश दिया है ताकि ट्रेडमार्क कानून का उल्लंघन न हो.
गौरतलब है कि अमेरिका बेस्ड स्टारबक्श ने 2012 में भारत में टाटा ग्रुप के साथ हाथ मिलाकर कॉफी बिजनेस में एंट्री की. कंपनी का शानदार आंबियंस और माहौल लोगों को रास आया, इसकी कॉफी औऱ कॉफी हाउस के एन्वायरमेंट ने लोगों को स्टारबक्श का दीवाना बना दिया.
उधर, भले ही हाईकोर्ट ने सरदारबख्श को नाम औऱ लोगो बदलने का आदेश दे दिया हो लेकिन अपने पांच पुराने आटलेट चलाने वाली कंपनी तीस औऱ नए आउटलेट खोलने की योजना में है. साथ ही कंपनी अपने नाम को बदलने के मूड में नहीं दिख रही है. इसके लिए उसने कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है. सरदारबख्श के पार्टनर रोहित कंबोज कहते हैं कि हमने न तो स्टारबक्श की नकल की है औऱ न ही उनसे हमारा कोई लेना-देना है लेकिन अगर कोर्ट या कंपनी हमारे नाम या लोगो के साथ ज्यादा छेड़छाड़ करेगी तो हम लंबी कानूनी लड़ाई के लिए भी तैयार हैं.
वैसे दोनों कंपनियों ने अपनी-अपनी तरफ वकीलों की भारी भरकम फौज खड़ी कर ली है. न तो स्टारबक्श इस मामले में झुकने को तैयार है और न ही सरदारबख्श. कुल मिलाकर इन दिनों एक कप कॉफी के मग में अच्छा खासा उबाल आ गया है.