उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बुजुर्ग की हत्या का खुलासा हुआ है। जनवरी में लापता हुए बुजुर्ग की हत्या हुई थी। गुलावटी और धौलाना के एटीएम से उनके बैंक खाते से रुपये निकाले गए थे। पुलिस ने एटीएम बूथ में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालकर देखी तो 2 लोग रुपये निकालते दिखे। उनसे पूछताछ में अब हत्या का खुलासा हुआ है। बुजुर्ग ने डेबिट कार्ड और उसका पिन अपनी जेब में रखे थे। आरोपियों ने शराब पिलाने के बाद ईंट से सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। फिर जेब में रखा डेबिट कार्ड और पिन ले गए थे। शव को हापुड़ के कपूरपुर गांव के एक खेत में दफना दिया था।

डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि जगदीश (60) 7 जनवरी को पुराने बस अड्डे के पास दवा लेने आए थे। तब से ही लापता थे। उनके भाई ने सिहानी गेट थाने में 8 जनवरी को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसी दौरान पता चला कि जगदीश के खाते से 3 बार में रुपये निकाले गए हैं। पुलिस ने बैंक अकाउंट की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि रुपये डेबिट कार्ड से एटीएम के जरिए निकले हैं।

गुलावटी और धौलाना के एटीएम से रुपये निकलने की जानकारी हुई। दोनों एटीएम बूथ से पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाई तो दो युवक रुपये निकालते दिखे। जगदीश के घरवालों ने एक आरोपी सोमवीर को पहचान लिया। पुलिस ने सोमवीर को गिरफ्तार किया तो उसके साथी की पहचान सोनू के रूप में हुई। सोनू अभी फरार है।

रुपये उधार नहीं दिए तो की हत्या

सोमवीर ने बताया कि 7 जनवरी को ही उन्होंने हत्या कर दी थी। सोमवीर ने गांव में अपनी प्रॉपर्टी बेची थी, जिसमें कुछ कैश और बाकी चेक मिला था। सोमवीर ने अपनी गारंटी पर दोस्त सोनू को एक लाख रुपये उधार देने के लिए कहा था। तब जगदीश ने चेक क्लियर होने पर रुपये देने की हामी भर दी थी। 7 जनवरी को जगदीश के साथ सोमवीर और सोनू भी सपनावत में मिल गए। तीनों वहां से शराब पीने चले गए।