अमृतांशी जोशी, भोपाल। सहकारी बैंको की कमान अब कलेक्टर संभालेंगे। लगातार आ रही गड़बड़ी की शिकायतों के बाद सरकार ने जिलों के कलेक्टर को सहकारी बैंको की कमान सौंपी है। एमपी के सहकारी बैंकों में पिछले दो साल में सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की गड़बड़ी मिली है। विधानसभा चुनाव तक ये व्यवस्था जारी रहेगी। भोपाल समेत गुना, मन्दसौर, शाजापुर, खरगौन, उज्जैन, सागर, दमोह समेत कई ज़िलों में ये व्यवस्था लागू होगी।

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बता दें कि एमपी के सरकारी बैंक 40 लाख से ज्यादा किसानों को हर साल श्रण देते हैं। अभी तक जिला बैंकों के प्रशासक सहकारिता के अधिकारी थे लेकिन ये प्रशासनिक नियंत्रण में विफल रहे हैं।

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वहीं फीस देकर कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाने में लोगों ने रूचि नहीं दिखाई है। पहले दिन पूरे प्रदेश में सिर्फ 103 लोगों ने ही कोरोना का बूस्टर डोज लगवाया। राजधानी भोपाल में पहले दिन सिर्फ 29 लोगों ने ही टीका लगवाया।

बता दें कि 18 से 59 आयुवर्ग के लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज लगना 10 अप्रैल से शुरू हो गया है। यह डोज तय शुल्क चुकाकर निजी सेंटरों पर लगाई जा रही है। केंद्र सरकार ने लोगों ने प्रति डोज 386 रूपए शुल्क तय किया गया है। भोपाल में 18 से 59 वर्ष के करीब 18 लाख से ज्यादा लोग कोरोना टीकाकरण के लिए रजिस्टर्ड हैं। वहीं पहले दिन सिर्फ 103 लोगों ने ही कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाया।

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