रायपुर। 2018 में होने वाले आगामी चुनाव का असर बैठकों में भी नजर आ रहा है. कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है वे किसी भी सूरत में कोई भी कोताही बरतना नहीं चाह रहे हैं. शायद यही वजह है कि दो दिवसीय कलेक्टर्स कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री कलेक्टरों के कामकाज को लेकर काफी नाराज दिखे.

सौभाग्य योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने ऊर्जा सचिव और विद्युत वितरण कंपनी के एमडी को सुकमा और नारायणपुर जाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने दोनों अधिकारियों को इन जिलों में चल रही विद्युतिकरण योजना के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने कहा है. सौर सुजला योजना में गरियाबंद, जशपुर और रायगढ़ जिलों की परफार्मेंस को मुख्यमंत्री ने सराहा वहीं कोरिया और बेमेतरा जिला इस योजना के कार्यान्वयन में फिसड्डी साबित हुए.

धान खरीदी को लेकर मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को मानिटरिंग करने कहा है उन्होंने धान खरीदी से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को व्यापक प्रशिक्षण देने के लिए भी कहा है. उन्होंने कलेक्टरों को धान खरीदी के दौरान निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं ताकि अन्य राज्यों के धान को प्रदेश में खपाया न जा सके.