भुवनेश्वर, प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक छुट्टियों पर ड्यूटी का निर्वहन करने वाले डॉक्टरों को प्रतिपूरक छुट्टी की अनुमति देने के लिए एक नोटिफिकेशन जारी की है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने गुरुवार को इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किया है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की आयुक्त-सह सचिव शालिनी पंडित ने कैपिटल हॉस्पिटल, आरजीएच, राउरकेला के निदेशकों, सभी मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों (सीडीएमओ), उप-विभागीय अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षकों को एक पत्र के माध्यम से इसकी सूचना दी है.

पत्र में, यह स्पष्ट किया गया कि ओडिशा चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा (ओएमएचएस) कैडर के सभी चिकित्सा अधिकारी, जो राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित निर्दिष्ट सार्वजनिक छुट्टियों पर ड्यूटी में शामिल हुए हैं, उन्हें समान संख्या में वैकल्पिक छुट्टी के दिनों का लाभ उठाने की अनुमति दी जाएगी. वैकल्पिक छुट्टी उसी महीने दी जाएगी, लेकिन यह अस्पतालों में मानव संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता पर निर्भर होगा.

रोस्टर व्यवस्था पर काम करेंगे डॉक्टर

नोटिफिकेशन में लिखा गया है कि “अस्पतालों के सुचारू कामकाज के लिए और ओडिशा की आम जनता को उचित स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए, अधीक्षक / प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उस महीने की एक रोस्टर व्यवस्था करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी कार्य घंटों को कवर किया गया है.’ हालाँकि, स्वास्थ्य सुविधा के अधीक्षक या प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उस महीने में मानव संसाधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों के लिए वैकल्पिक छुट्टी के दिनों की संख्या तय करने के हकदार हैं. अपर्याप्त कर्मचारियों के मामले में, अस्पतालों के प्रमुख वैकल्पिक अवकाश के दिनों की संख्या कम कर सकते हैं.

अस्पताल में एक ही डॉक्टर होने की स्थिति में, सीएचसी के अधीक्षक/बीपीएचओ संबंधित सुविधा में आयुष चिकित्सा अधिकारियों और फार्मासिस्टों की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक अवकाश के दिनों की अनुमति देंगे.

सार्वजनिक छुट्‌टियों के बदले उसी महीने मिलेगी वैकल्पिक छुट्टी

वैकल्पिक छुट्टी के दिनों को सीएल और ईएल के साथ विलय नहीं किया जाएगा. पत्र में लिखे गए शर्तों के अनुसार एक महीने में स्वीकार्य वैकल्पिक छुट्टी के दिनों को अगले महीने में नहीं लिया जाया जा सकता है. सिवाय इसके कि जब सार्वजनिक अवकाश अंतिम सप्ताह में पड़ता है.