बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता जेके गिल्डा के खिलाफ बदसलूकी का आरोप लगाने वाली महिला वकील निरुपमा वाजपेयी ने राज्यपाल और प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखकर मांग की है, गिल्डा के मामले में जब तक सुनवाई पूरी न हो जाए, गिल्डा को महाधिवक्ता के दायित्व से अलग रखा जाए.

अपनी चिट्ठी में निरुपमा ने लिखा है कि गिल्डा के पद पर बने रहने से उन्हें न्याय मिलने में बाधा आ सकती है. निरुपमा ने लिखा है कि महाधिवक्ता का पद काफी प्रभावशाली रहता है. इसके साथ ही उसके अधीन जांच एजेंसियां रहती हैं. इसलिए अगर वे पद पर रहते हैं तो वे न्याय से वंचित रह सकती हैं.

गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने हाल ही में हाईकोर्ट ने गिल्डा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मामले की सुनवाई का आदेश सेशन कोर्ट को दिया है. ये आदेश निरुपमा वाजपेयी की याचिका पर दिया है. वाजपेयी ने आरोप लगाया है कि महाधिवक्ता गिल्डा ने उनके साथ कोर्ट में बदसलूकी की थी.