रमेश सिन्हा,महासमुन्द(पिथौरा). निजी शैक्षणिक संस्था सेंट फ्रांसिस स्कूल के द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ आक्रोशित पालकों ने आज मुख्यमंत्री से 12 बिन्दुओं में शिकायत की है.

ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह लोक सुराज अभियान के तहत वि.ख.अंतर्गत ग्राम खैरखुटा आये हुए थे. इसी दौरान पालकों ने स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध शिकायत किया. पालकों ने अपने शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि प्रबन्धन द्वारा सीबीएससी के मापदंडों के अनुरूप शिक्षक नहीं रखे गए हैं. स्कूल में हमेशा मनमानी फीस वृद्धि की जाती है. एक्टिविटी फंड के नाम से गलत ढंग से राशि ली जाती है. स्कूल में अभी तक पालक समिति तक नहीं बनाई गई है. शिकायत पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि छोटे छोटे बच्चों के स्कूली बैग में भारी वजन होता है. जबकि सीबीएससी के मापदंडों के अनुसार स्कूली बैग के वजन के सम्बंध में नियम बने हुए हैं. स्कूल प्रशासन उन नियमों का भी पालन नहीं करता है.

बता दें कि उक्त शैक्षणिक संस्था के विरुद्ध पालकों ने करीब पखवाड़े भर पहले कलेक्टर महासमुंद से भी शिकायत की थी. जिस पर उन्होंने एसडीएम से जांच कराने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक जांच नहीं होने से पालक आक्रोशित हैं. पालकों का आक्रोश इसलिए भी बढ़ता जा रहा है, क्योंकि प्रबन्धन को शिकायत की कोई परवाह नहीं है. बल्कि उनके द्वारा जायज मांगों को भी अनदेखा किया जा रहा है. प्राथमिक कक्षाओं के किताबों में प्रकाशकों को प्रतिवर्ष जानबूझकर बदल दिया जाता है. जिससे पुरानी किताबों का इस्तेमाल स्कूली बच्चे ना कर सकें. जिन किताबों को यहां पर चलाया जाता है, उसी स्तर की किताबें खुले बाजार में कम दरों पर मिलती हैं. जबकि यहां पर उन्हें किताबों को कई गुना महंगे दरों में बिक्री कराया जाता है. संस्था के द्वारा किताबों की बिक्री के लिए स्कूल के सामने स्वयं के द्वारा दुकान खुलवाई गई है तथा वहीं से ही किताब लेने के लिए छात्रों को मजबूर किया जाता है.

जब इन शिकायतों के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी बी एल कुर्रे से जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने फोन पर बात कि तो उन्होंने कहा की अभी मैं लोक सुराज अभियान के कार्यक्रमों में व्यस्त हूं. सोमवार को मामले की जांच करता हूं.