भोपाल। दमोह की हार पर मध्यप्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है। सूबे के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हार की वजह पार्टी के भीतर के जयचंदों को बताया था। नरोत्तम मिश्रा के बयान पर कांग्रेस ने कहा कि जनता ने खरीदी सरकार को खारिज कर दिया। मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि बीजेपी ने जयचंदों को खरीदकर सरकार बनाई थी। अब बीजेपी को जवाब मिलने लगा है। गुप्ता ने कहा कि अजय विश्नोई, नारायण त्रिपाठी, केदारनाथ शुक्ल को बीजेपी ने न्याय नहीं दिया।

मलैया परिवार ने हराया- राहुल लोधी

इधर हारने के बाद राहुल सिंह लोधी ने हार का ठीकरा पूर्व विधायक और वित्त मंत्री जयैत मलैया के सिर पर फोड़ा है। राहुल लोधी ने हराने का सीधा आरोप जयंत मलैया पर लगाया है। उन्होंने कहा कि मलैया को चुनाव का प्रभारी बनाया गया था। पूरे शहर में और मलैया के वार्ड में भी उन्हें हार मिली है। उन्होंने कहा कि मलैया परिवार उन्हें हराने की रणनीति पर काम कर रहा था। उन्होंने जयंत मलैया को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।

प्रहलाद पटेल के वार्ड में भी हारे

उधर पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने राहुल लोधी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा दमोह में पार्टी नहीं हारी है, उम्मीदवार राहुल लोधी हारे हैं। 17 हजार वोट से कोई नेता नहीं बल्कि जनता हरा सकती है। मेरा ही नहीं, प्रहलाद पटेल समेत सभी बीजेपी नेताओं के वार्ड से बीजेपी हारी है। राहुल लोधी अपने कारणों से हारे हैं, मैं पार्टी में अपनी बात रखूंगा। मलैया ने आगे कहा कि 3 महीने पहले पार्टी में आए नेता एक हार बर्दाश्त नहीं कर पा रहे।