रायपुर। कांग्रेस ने भाजपा के सांसदों पर राज्य के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ से लोक सभा के लिए चुने गए नौ सांसदों ने जब भी दिल्ली में आवाज उठाया तो राज्य की जनता के हितों के खिलाफ ही आवाज उठाया है.

कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सांसदों ने केंद्रीय मंत्री को यह तो बताया कि किसान सम्मान निधि से राज्य के 25 लाख किसान वंचित हो गए, लेकिन यह कहना जरूरी नहीं समझा कि जिन आंकड़ों के आधार पर कथित रूप से केंद्र सरकार ने पहली बार 27 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि का पैसा दिया था, कोरोना काल में उन्हीं पुराने आंकड़ो के आधार पर इस बार भी किसानों को रुपये दिए जाय.

सुशील आनंद शुक्ला

भाजपा सांसदों ने केंद्रीय मंत्री से यह शिकायत तो कर दिया कि राज्य सरकार ने 14वे वित्त की राशि पंचायतों के मूलभूत से उठाकर क्वारेंटिंन सेंटरों में खर्च कर दिया है, लेकिन यह मांग नहीं की कि कोरोना काल मे 14वे वित्त की राशि क्वारेंटिंन सेंटरों में खर्च हो गी है, इसलिए राज्य की जनता के हित में इस खर्च राशि का पुनः आबंटन करें.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपाई सांसदों को मनरेगा के मामले में राज्य सरकार की जूठी शिकायत करने से पहले केन्दीय मंत्री से यह पूछना था कि देश मे छत्तीसगढ़ सरकार को मनरेगा में बेहतर क्रियान्वन की रैंकिंग क्यो दी गयी? कोरोना काल मे केंद्र सरकार के द्वारा जारी आंकड़े बताते है कि मनरेगा में छत्तीसगढ़ ने देश मे सबसे अच्छा काम किया ।एक दिन में 24 लाख मजदूरो को काम देने का रिकार्ड बनाया. भाजपाई सांसद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले लेकिन उनसे भी राज्य को कोरोना से लड़ाई के लिए अतिरिक्त संसाधन देने की मांग नहीं की.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपाई सांसद एक बार देश के वित्त मन्त्री से भी मिल लेते तो अच्छा होता. वित्त मंत्री से मिल कर छत्तीसगढ़ के राज्य का बकाया जीएसटी के 2828 करोड़ और दीगर मद के 6000 करोड़ रु दिलवा देते, जिससे प्रदेश का कुछ भला हो. भाजपाई सांसद एक बार प्रधानमंत्री मोदी से भी मिल कर राज्य को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अभियान कार्यक्रम में शामिल करने की मांग कर आते.