रायपुर. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने सोमवार को प्रेसवार्ता की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि ED ने जिस गाड़ी में करोड़ो रुपये कैश रखकर फोटो जारी किया है, वो गाड़ी भाजपा नेता की है. जिसमें ड्राइवर, कुरियर बॉय, भाजपा कार्यकर्ता सबित हो चुका है. RTO में ये गाड़ी सनफ्लॉवर प्रमोटर्स के मालिक बृजमोहन अग्रवाल के नाम पर दर्ज है. जो कि बिलासपुर के पूर्व विधयाक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के भाई हैं. लेकिन ED ने कोई जांच नहीं की. बल्कि मुख्यमंत्री पर आरोप लगा दिया.

सुशील आनंद ने कहा कि शुभम सोनी का भाजपा से क्या सम्बन्ध है? छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दा विहीन हो गई है इसलिए मुख्यमंत्री की छवि खराब कर रही है. ED की साजिश बेनकाब हो चुकी है. इसकी जांच होनी चाहिए. ED ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए प्रेस नोट जारी किया. जिस गाड़ी पर पैसे रख कर फ़ोटो खिंच रही है, वो भाजपा नेता की है. भाजपा ने जो शुभम सोनी का वीडियो जारी किया है, जो महादेव एप का अपने आपको मालिक बता रहा है, सवाल ये है कि शुभम सोनी के इस वीडियो को भाजपा ने क्यों जारी किया ? भाजपा के पास ये वीडियो कैसे आया ? प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले नेताओं से शुभम सोनी के क्या सम्बंध हैं? भाजपा ने ये वीडियो कैसे हासिल किया और सार्वजनिक किया ? ED के पास यदि साक्ष्य है तो उसकी जांच करें.

सुशील आनंद ने कहा कि जब राज्य में चुनाव हैं तब राज्य के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए जा रहे हैं. बिना तथ्य की पुष्टि के कैसे जारी वीडियो जारी कर दिया गया ? भाजपा मुख्यमंत्री की छवि खराब करना चाहती है. भाजपा चुनाव प्रभावित करने की कोशिश कर रही है. एक सटोरिया वीडियो बना कर कुछ भी बोल देगा, मुख्यमंत्री पर आरोप लगा देगा, वो भी बिना किसी तथ्य के, ये BJP, केंद्र सरकार और ED की साजिश है. ED महीनों से महादेव एप की जांच कर रही है. शुभम सोनी को मैनेजर बताती थी, लेकिन शुभम सोनी अपने आपको मालिक बता रहा है. सच क्या है?

क्रोनोलॉजी समझिये

ईडी एक ड्राइवर (कैश कुरियर) को पकड़ती है, उसके बयान के आधार पर प्रेस नोट जारी करके मुख्यमंत्री पर महादेव एप से 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाती है. फिर इसी के संदर्भ में ईडी महादेव एप के एक कर्मचारी शुभम सोनी का एक सपोर्टिंग मेल का हवाला देकर इस आरोप की पुष्टि करवाती है. दूसरे दिन भाजपा के कार्यालय से एक वीडियो जारी होता है जिसमें एक शुभम सोनी नाम का व्यक्ति खुद को महादेव एप का मालिक घोषित करता है और अभी तक महादेव एप के चर्चित मालिक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल को कर्मचारी बताता है.

सवाल ये खड़ा होता है-

शुभम सोनी के इस वीडियो को भारतीय जनता पार्टी ने क्यों रिलीज किया? भाजपा के पास कहां से आया? यदि यह वीडियो शुभम सोनी ने भाजपा को भेजा है तो उसने भाजपा को ही क्यों भेजा, इनके क्या संबंध है? ईडी इसकी जांच करें भाजपा के पास यह कहां से आया?

अगर ईडी के पास साक्ष्य आया तो एजेंसी को उसकी पुष्टि करना चाहिये या उसकी जांच किये बिना सार्वजनिक करके किसी की छवि खराब करने का प्रयास करना चाहिये.

ईडी ने ड्राइवर असीम दत्ता के बयान की बिना जांच किये मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के उद्देश्य से प्रेस नोट जारी किया यह सब इसलिये किया गया ताकि चुनाव में बुरी तरह पराजित हो रही भाजपा की मदद की जा सके. जबकि प्रेस नोट में ही लिखा है कि ‘‘अभी जांच होनी है.’’

एक सटोरिया वीडियो बना कर कुछ भी बोल देगा भाजपा, ईडी उसको प्रचारित कर रही है यह इनकी नीयत को बताती है.

यह सारी साजिश चुनाव के मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाया जा सके.

ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने एक टीवी चैनल से कहा है कि कूरियर दुबई से सीधे पैसे लेकर आया तो सवाल है कि दुबई में भारतीय मुद्रा कैसे हासिल हुई? दूसरा अगर वह दुबई से लेकर आया है तो रास्ते में कहीं जांच क्यों नहीं हुई? छत्तीसगढ़ में जगह-जगह जांच हो रही है. वह किस रास्ते से आया और रास्ते में उसे पकड़ा क्यों नहीं गया?

एक समाचार वेबसाइट ने पड़ोसियों के बयान के आधार पर विस्तार से बताया है. कैसे एक सूने घर में कुछ लोग पैसा रखकर गए. ये कुछ लोग कौन थे?

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