भिलाई. नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है. 2 नगर नगर निगम ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत है. वहीं 2 नगर निगम में निर्दलीय प्रत्याशियों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है, जिसके बाद अब सभी 4 नगर निगम में कांग्रेस का मेयर बना तय हो गया है. हालाकि इसके बाद भी कांग्रेस कोई भी रिस्क लेने को तैयार नहीं है. इसलिए अपने सभी पार्षदों को अंडरग्राउंड कर दिया है.
बता दें कि अब मेयर और सभापति के लिए भी जोड़तोड़ शुरू हो गई है. ऐसे में पार्टी कोई भी मौका नहीं छोड़ सकती. चुनाव जीतने के बाद देर रात सभी कांग्रेसी पार्षद को शहर से बाहर ले जाया गया है. जानकारी के अनुसार दुर्ग के पड़ोसी जिले के एक होटल में पार्षदों को रखा गया है. जहां आज सीएम भूपेश बघेल व कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात कराई जाएगी.
भिलाई निगम की बात करें तो मेयर पद के लिए कांग्रेस के 5 पार्षद नीरज पाल, आदित्य सिंह, संदीप निरंकारी, एकांश बंछोर और महिला पार्षद सुभद्रा सिंह दावेदार हैं. इनमें से कोई एक मेयर की कुर्सी संभालेगा.
रिसाली में मेयर पद का आरक्षण ओबीसी महिला हुआ है. यहां मेयर पद के लिए डॉ. सीमा साहू को प्रबल दावेदार माना जा रहा है. उनके अलावा वार्ड-9 की पार्षद शशि सिन्हा, वार्ड-14 की सरिता देवांगन, वार्ड-19 की सोनिया देवांगन प्रमुख नाम है.
भिलाई-3 चरोदा में मेयर पद के लिए निर्मल कोसरे प्रबल दावेदार हैं. वहीं भिलाई-3 चरोदा में मेयर पद का आरक्षण एससी हुआ है. ऐसे में निर्मल कोसरे ही इकलौते पार्षद हैं जिनके लिए पार्टी के अलावा सभी लोग समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि निर्मल कोसरे चरोदा निगम के मेयर बन सकते हैं.
बीरगांव नगर निगम में मेयर का पद सामान्य है. लेकिन यहां दावेदारों कि लंबी लिस्ट है, हालाकि यहां मेयर पद को लेकर मंथन जारी है. यहां मेयर के पद पर ओबीसी उम्मीदवार काबिज हो सकते हैं.
जानिए 4 निगमों में कहां-क्या स्थिति है
भिलाई निगम
– 37 कांग्रेस
– 24 भाजपा
– 5 निर्दलीय
भिलाई निगम में पार्षदों की संख्या 37 है. 4 निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस को अपना समर्थन दे दिया है. जिसके बाद कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 41 हो गई है. यहां कांग्रेस के पास बहुमत से ज्यादा संख्या है. यहां कांग्रेस का मेयर बनना तय है.
रिसाली निगम
– 21 कांग्रेस
– 12 भाजपा
– 7 निर्दलीय
बता दें कि रिसाली निगम में पार्षदों की संख्या 40 है. यहां बहुमत के लिए 21 सीटों की जरुरत है. बहुमत के हिसाब से कांग्रेस पार्षदों की संख्या है. यानि यहां भी कांग्रेस का मेयर बनना तय है.
भिलाई-3 चरोदा निगम
– 19 कांग्रेस
– 15 भाजपा
– 6 निर्दलीय
भिलाई-3 चरोदा में पार्षदों की संख्या 40 है. यहां बहुमत के लिए 21 सीटों की जरुरत है. बहुमत के हिसाब से कांग्रेस पार्षदों की संख्या 19 है. जानकारी के मुताबिक यहां 5 निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस को अपना समर्थन दे दिया है. यहां अब कांग्रेस की संख्या 24 हो गई है. यानि यहां भी कांग्रेस का मेयर बनना तय है.
नगर पालिका बीरगांंव
– 10 भाजपा
– 21 कांग्रेस
– 5 जोगी कांग्रेस – 4 निर्दलीय
बीरगांव निगम में पार्षदों की संख्या 40 है. यहां बहुमत के लिए 21 सीटों की जरुरत है. बहुमत के हिसाब से कांग्रेस पार्षदों की संख्या 19 है. यहां 2 निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया है. यहां अब कांग्रेस की संख्या 21 हो गई है. यानि यहां भी कांग्रेस का मेयर बनना तय है.
बता दें कि 5 नगर पालिका परिषद चुनाव में कांग्रेस ने 3 नगर पालिका सारंगढ़, सिरपुर चरचा और बैकुंठपुर में कब्जा किया है. वहीं खैरागढ़ में भाजपा और कांग्रेस बराबरी पर हैं. एक नगर पालिका जामुल में भाजपा ने कब्जा किया है.
बता दें कि 6 नगर पंचायतों में कांग्रेस ने बाजी मारी है. सभी जगह कांग्रेस अपना अध्यक्ष बना सकती है. बस्तर में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है. भोपाल पट्टनम की 15 में से 15 सीटों पर कब्जा किया है और कोंटा की 15 में से 14 सीटों पर कब्जा किया है. नरहरपुर नगर पंचायत में 10 कांग्रेस 4 बीजेपी और 1 अन्य, मारो नगर पंचायत में 9 कांग्रेस 5 बीजेपी 1 अन्य, भैरमगढ़ नगर पंचायत में 10 कांग्रेस और 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है.