रायपुर। सीआईएसएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच भिलाई स्टील प्लांट से लोहे की तस्करी जारी है. प्लांट से लोहा ट्रांसपोर्ट करने वाली गाड़ियों में बड़े पैमाने पर लोहे को शातिराना तरीके से बाहर निकाला जा रहा है. ऐसा ही एक मामले का खुलासा रविवार को रायपुर पुलिस ने किया.

पुलिस ने अवैध लोहा निकासी के आरोप में ट्रक ट्रेलर के ड्रायवर और हेल्पर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कबाड़ी के पास लोहा बेचने पहुंचे आरोपियों के पास से 1 टन अवैध लोहा बरामद किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम दिलीप कुमार और मोहम्मद वसीम है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने प्लांट से ट्रेलर में लोहा लेकर उरला स्थित गणपति इस्पात में छोड़ने के लिए जा रहा था लेकिन आरोपियों ने तय शुदा लोहा के अतिरिक्त 1 टन लोहा ज्यादा भरकर गाड़ी लेकर रायपुर में ही स्थित अकरम कबाड़ी के यार्ड में बेचने पहुंचे.

लेकिन इसके पहले ही क्राइम ब्रांच को अपने मुखबीरों से इसकी सूचना मिल गई थी. सूचना मिलने पर क्राइम की टीम ने कबाड़ी के यार्ड की घेराबंदी कर दी और जैसे ही आरोपी ट्रेलर लेकर यार्ड में खाली किए वैसे ही क्राइम की टीम ने दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लोहा को बरामद कर लिया.

कांग्रेसी नेता की है ट्रेलर

जिस ट्रेलर CG07 CA 4727 में लोहा की तस्करी की जा रही थी वह ट्रेलर कांग्रेस नेता मंगा सिंह की है. मंगा सिंह कांग्रेस के टिकट से भिलाई नगर निगम के पूर्व पार्षद रह चुके हैं. इसके अलावा वे कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुके हैं.

हर रोज निकलता है लाखों का लोहा

सूत्रों के मुताबिक भिलाई स्टील प्लांट से हर रोज लाखों रुपए का लोहा इसी तरीके से निकलता है वह भी सीआईएसएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच. प्लांट के गेट से लेकर अंदर तक सीआईएसएफ के जवान तैनात रहते हैं इसके अलावा अंदर सादी वर्दी में बिजलेंस की टीम भी मौजूद रहती है. बावजूद इसके प्लांट से टनों लोहा हर रोज यहां से निकलने वाली गाड़ियों में डालकर अवैध तरीके से निकाला जाता है.

बड़े-बड़े मगरमच्छ हैं खेल में

यह पहला मौका नहीं था जब इसी तरह पुलिस ने लोहा ट्रांसपोर्ट कर रही गाड़ियों को पकड़ा है. लेकिन कार्रवाई के नाम पर छोटी मछलियों  महज ड्राइवर और हेल्पर को ही गिरफ्तार कर खानापूर्ति की जाती है जबकि इस खेल में बड़े-बड़े मगरमच्छ भी शामिल हैं.

ऐसे होती है तस्करी

सूत्रों के मुताबिक गाड़ियों में ट्रांसपोर्टरों द्वारा ऐसे खांचों को बनाया गया है जिसमें आसानी से एक्स्ट्रा वजन भरकर गाड़ियां प्लांट में लोहा लोड करने के लिए अंदर जाती हैं. अंदर जाने से पहले गाड़ियों का वजन होता है और उनकी इन्ट्री होती है यही प्रक्रिया गाड़ी के प्लांट से बाहर निकलने के वक्त भी अपनाई जाती है. गाड़ी जब अंदर जाती है तो पहले से रखे गए वजन की वजह से गाड़ी का वजन तौल में ज्यादा आता है. इस तरह ड्राइवर हेल्पर उन वजनों को प्लांट के अंदर खाली करते हैं और तय शुदा वजन के साथ ही उतना एक्सट्रा वजन का माल भरकर गाड़ी बाहर निकलती है.