नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच चले लंबे तनाव और संघर्ष के बीच अचानक 10 मई को शाम 5 बजे सीजफायर का ऐलान किया गया। इस सीजफायर को लेकर देशभर से मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कोई इसे सही तो कोई इसे गलत बता रहा है। इस मामले पर अब कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि एक बात साफ है कि अगर अब पाकिस्तान आतंकवाद को अपनी नीति के तौर पर इस्तेमाल करता है तो उसे अंजाम भुगतने ही होंगे। इसके साथ ही सांसद ने अमेरिका के दखल को सही बताया है।

‘ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने बदला लिया गया’

कांग्रेस सांसद ने कहा कि पहलगाम नरसंहार के बाद भारतीय सशस्त्र बलों की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर के जरिए बदला लिया गया। अब मुझे लगता है कि पाकिस्तान और उसके हुक्मरान भी समझ गए होंगे कि ये हमेशा नहीं चल सकता है। न तो वे हर बार परमाणु ब्लैकमेल का इस्तेमाल करते सकते हैं और न ही आतंकवादियों का। भारत की कार्रवाई के बाद अब पाकिस्तानियों को साफ हो गया होगा।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने पहली बार कबूला सच : कहा – “भारत के साथ जंग में मारे गये 11 सैन्य अधिकारी, 78 से ज्यादा घायल…”

PM Modi: पीएम मोदी आदमपुर एयरबेस पहुंचे, इंडियन एयर फोर्स जवानों से मिलकर बढ़ाया उनका हौसला, PAK ने इसी बेस को उड़ाने का किया था दावा

ट्रंप के दखल पर क्या बोले कांग्रेस सांसद ?

चंडीगढ़ कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से जो बयान आया है, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं, यह एक तथ्यात्मक बयान है। यदि आप 1947 से 1972 के परिप्रेक्ष्य में भारत-पाकिस्तान नजरिए को देखें, तो जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा, वो मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर राज्य को लेकर था।

‘दुनिया चुपचाप खड़ी होकर देखती नहीं रहेगी…’

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव थे जो दोनों देशों के बीच होने वाली किसी भी बातचीत के लिए टेम्पलेट थे। अंतिम निष्कर्ष यह है कि जब दो वास्तविक परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच तनाव बढ़ता है, तो बाकी दुनिया चुपचाप खड़ी होकर देखती नहीं रहेगी। इसलिए, विश्व के अन्य देश स्पष्ट रूप से दोनों देशों से तब बात करेंगे जब वे एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे होंगे।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m