शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव खत्म होने से पहले या खत्म होने के बाद हो, सभी दलों का एक मुख्य मुद्दा रहा है और वह है राम मंदिर का। बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने चुनाव में राम मंदिर को लेकर जमकर बयानबाजी की। एक तरफ बीजेपी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख की घोषणा होने पर कांग्रेस को इसमें शामिल होने का न्यौता दिया। वहीं कांग्रेस ने भी बीजेपी से ज्यादा चंदा मंदिर को देने की बात कही।

एक भंडारा ऐसा भी: यहां पूड़ी-सब्जी के बाद भंडारे में बंटी शराब, उमड़ पड़ी लोगों की भीड़, देखें VIDEO

वहीं अब इस बीच राम मंदिर के मुद्दे पर फिर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने राम मंदिर पर पहला हक राहुल गांधी का बताया। कांग्रेस धर्म उत्सव प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष ऋचा गोस्वामी ने कहा कि राजीव गांधी ने सन 1986 में राम मंदिर का ताला खुलवाया था। इसके साथ ही राम मंदिर निर्माण का अध्यादेश भी कांग्रेस लेकर आई थी। विवादित भूमि की जमीन के अधिग्रहण का कार्य नरसिंहा राव सरकार ने किया। कमलनाथ ने 11 चांदी की ईंट दी थी। इस नाते वहां पूजन का हक राहुल गांधी का है। 

फूल सिंह बरैया के समर्थन में कांग्रेस नेता ने काला किया अपना मुंह, कहा- BJP दलितों का मुंह काला करना चाहती है

ऋचा गोस्वामी ने आगे कहा कि राम लला की पूजा शुरू करने वाले राजीव गांधी ही थे। इसलिए राम मंदिर में सबसे पहले राहुल गांधी को पूजन करने का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अयोध्या में राम लला के विराजमान का उत्सव मनाएगी। लोगो को आयोध्या आने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा। इस दौरान लोगो को राम मंदिर निर्माण में कांग्रेस का योगदान बताया जाएगा। 

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus