दिल्ली. बहुचर्चित सुनंदा पुष्कर मौत मामले में सवा चार साल बाद विशेष जांच दल ने सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी है. इसमें उनके पति और कांग्रेस नेता शशि थरूर को भी आरोपी बनाया गया है. सुनंदा दिल्ली के एक लग्जरी होटल में जनवरी, 2014 को मृत पाई गई थीं.
शशि थरूर ने किया ट्विट
वही मामले में आरोपी बनाये जाने के बाद शशि थरूर ने एक ट्विट करते हुए चार्जशीट को अकल्पनीय बताया है.
1/2 I have taken note of the filing of this preposterous charge sheet &intend to contest it vigorously. No one who knew Sunanda believes she would ever have committed suicide, let alone abetment on my part. If this is conclusion arrived at after 4+ yrs of investigation, (contd.)
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 14, 2018
2/2) it does not speak well of the methods or motivations of the Delhi Police. In oct 17, the Law Officer made a statement in the DelhiHighCourt that they have not found anything against anyone & now in 6 months they say that I have abetted a suicide. unbelievable!
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 14, 2018
3000 पेज की चार्जशीट की पेश
दिल्ली पुलिस ने सुनंदा पुष्कर मामले में कोर्ट में 3000 पेज की चार्जशीट पेश की है. चार्जशीट में आईपीसी की धारा 306 यानी आत्महत्या के लिए उकसाना और वैवाहिक जीवन में प्रताडित करने के की बात कही गई है. पुलिस ने पूरे मामले में शशि थरूर को संदिग्ध आरोपी माना है. अब कोर्ट 24 मई को चार्जशीट को संज्ञान लेगा.
17 जनवरी, 2014 को हुई थी सुनंदा पुष्कर की मौत
साउथ दिल्ली के एक होटल में 17 जनवरी, 2014 की रात संदिग्ध हालात में सुनंदा पुष्कर की मौत हो गई थी. होटल के एक कमरे में बेड पर उनकी डेड बॉडी मिली थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की. सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में शशि थरूर से भी पूछताछ हो चुकी है. सुनंदा पुष्कर की मौत को पहले आत्महत्या बताया गया. लेकिन विसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया. मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई.
हत्या का मामला किया गया दर्ज
सुनंदा पुष्कर की मौत को संदिग्ध मानते हुए दिल्ली पुलिस ने जनवरी, 2015 में हत्या का मामला दर्ज किया था. हालांकि एफआईआर में अभी संदिग्ध के रूप में किसी का नाम नहीं लिया गया था. मौत को पहले आत्महत्या बताया गया था. लेकिन एक साल बाद बिसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया था. मामले की जांच के लिए एसआइटी बनाई गई. लेकिन सवा चार साल बाद भी न तो केस सुलझ सका और न ही किसी की गिरफ्तारी हुई.
सुनंदा की मौत जहर से हुई है !
एम्स के मेडिकल बोर्ड ने सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम किया था. 29 सितंबर 2014 को मेडिकल बोर्ड ने दिल्ली पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि सुनंदा की मौत जहर से हुई है। बोर्ड ने कहा था कि कई ऐसे रसायन हैं जो पेट में जाने या खून में मिलने के बाद जहर बन जाते हैं. लिहाजा, बाद में उनके वास्तविक रूप के बारे में पता लगाना बहुत मुश्किल होता है.
अमेरिका की लैब भी नहीं पहचान सकी जहर
इस रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सुनंदा के विसरा को जांच के लिए फोरेंसिक ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआइ), अमेरिका की लैब में भेज दिया गया था. लेकिन, वहां की लैब में भी जहर के बारे में पता नहीं लग सका.
सबसे पूछताछ का नतीजा भी रहा सिफर
उधर, मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने शशि थरूर के कई परिजनों, रिश्तेदारों, दोस्तों व अन्य से पूछताछ की थी. लेकिन, नतीजा सिफर ही रहा. विसरा को दोबारा जांच के लिए एफबीआइ लैब भेजा गया, फिर भी कुछ पता नहीं लग पाया.