ग्वालियर। मध्यप्रदेश के कांग्रेस विधायक का राज्य सरकार को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है. इस बयान में कांग्रेस विधायक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मुगल शासक मोहम्मद बिन कासिम से तुलना की है. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान, शिवराज सिंह ही रहे, मोहम्मद बिन कासिम न बनें. इस संकट के समय में सीएम ने राजस्व संग्रहण के लिए बैठक बुलाई है. जो बेहद शर्मनाक है.
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि जब लोग मर रहे हैं, लाशें जलाने के लिए श्मशान में स्थान नहीं है. तब आज शिवराज जी राजस्व संग्रहण की बैठक करके खजाना भरने की तैयारी कर रहे हैं. जनता मरे, कंगाल हो जाए, इनको कोई मतलब नहीं, इनको सिर्फ जेबें भरनी हैं.
सरकार वसूल रही टैक्स
वहीं प्रवीण पाठक ने मुख्यमंत्री पर जनता से जजिया कर वसूलने के गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि एक तरफ श्मशान में लाशों के ढेर लगे हैं. दूसरी तरफ व्यापारी, किसान, मध्यमवर्गीय परिवार परेशान हैं. उन्हें सरकार से राहत की उम्मीद है और ऐसे समय में मुख्यमंत्री टैक्स वसूलने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के इस संकट में अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाईयां नहीं है. ऐसे कठिन समय में प्रदेश के मुखिया को जनता को सहूलियत देना चाहिए लेकिन इस समय सीएम की प्राथमिकताएं बदली हुई हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि गरीबों से बिजली बिल वसूलने के लिए उन पर अत्याचार किया जा रहा है. सीएम को ऐसे किसानों को राहत देना चाहिए जो खेती नहीं कर पा रहे हैं. इस कोरोना के संकट में जजिया कर लगाने और उन्हें वसूलनें का समय नहीं है. ऐसे समय में सीएम शिवराज को जनता के लिए कुछ बड़े फैसले लेने चाहिए.
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