रायपुर. आज की विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस विधायक जयसिंह अग्रवाल ने अपनी ही जमीन के नामांतरण का मामला उठाया. यह विवादित जमीन कोरबा जिले के ग्राम चूइया में है. विवादित जमीन अग्रवाल ने कहा कि किस मद की जमीन है स्पष्ट होना चाहिए, क्योंकि इसमें 5—6 मामले चल रहे हैं और हर मामलो में अलग अलग मद की जमीन बताई गई है. जिसके जवाब में मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि ये राजस्व न्यायालय का मामला है. संतोष गोयल की शिकायत पर मामला चल रहा है.

जिस पर नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा कि ये राजनीतिक विद्वेष का मामला है. खुले आम प्रताड़ना दी जा रही है. टीएस ने कहा कि आजादी से पहले ये जमीन किसान के नाम थी. फिर यह शासकीय जमीन कैसे हो सकती है. इस मामले में तहसीलदार को निलंबित किया जाना चाहिए.जिस पर मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि न्यायालय का मामला है. कमिश्नर की अदालत ने आपको रिलीफ दिया है. आगे मामला विचाराधीन है.

विपक्ष ने सरकार पर राजनीतिक विद्वेष के तहत जयसिंह अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज करने का आरोप लगाया. साथ ही इस मामले में तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. जिसके जवाब में मंत्री ने कहा न्यायिक तरीके से मामले का निराकरण हो रहा है. अभी एसडीएम कोर्ट में ये मामला है. जिस पर जयसिंह ने कहा कि कमिश्नर कोर्ट से निराकरण होने के बाद भी एसडीएम कोर्ट में मामला चल रहा है, यही राजनीतिक विद्वेष का प्रमाण है. जिसका जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि कमिश्नर के निर्देश पर ही मामला एसडीएम कोर्ट में मामला विचाराधीन है.

इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार तहसीलदार पर कार्रवाई किये जाने की मांग कर था. जब मंत्री इस मामले में तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग नहीं माने तो विपक्ष ने इस मामले को लेकर वॉक आउट किया. जिस पर मंत्री ने कहा कि विपक्ष का आरोप निराधार है.