रायपुर। लगभग 13 सालों से सत्ता से दूर विपक्ष की भूमिका निभा रही, कई खेमो में बटीं कांग्रेस के तमाम लोगों ने नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया का जोरदार स्वागत किया। काफी लंबे समय के बाद कांग्रेसियो में इतनी उत्साह दिखाई दी। कांग्रेस की एकता देखकर सत्ता पक्ष वाले भी हैरत में है, तो गुलाबी गैंग के भीतर भी हलचल मच गई है। हालांकि यह चर्चा भी कांग्रेसियों के बीच जश्न के दौरान होती रही कि ये नए प्रभारी के स्वागत का जश्न ज्यादा था या महासचिव हरिप्रसाद की बिदाई का । क्योंकि हरिप्रसाद जी का कार्यकाल प्रदेश कांग्रेस के लिहाज से सुखद नहीं रहा है।
सभी जानते है कि हरिप्रसाद के रहते ही कांग्रेस 2013 और 2014 का चुनाव हारी, फिर जोगी भी उनके ही कार्यलय में अलग हो गए। और कांग्रेस का एक धड़ा टूट गया। जिसमें प्रत्यक्ष रूप से 3 विधायक कांग्रेस के समझिए वर्तमान में कम हो चुके हैं। जाहिर तौर पर मजबूत होती कांग्रेस के लिए यह टूटना ही था। ये और बात है कि कांग्रेस इस बात को कभी खुलकर स्वीकार नहीं करते। खैर चलो जो भी है कांग्रेसियों को टूटने के दौर में जुड़ने और जश्न मनाने का मौका तो मिला। अब कांग्रेसी इस जश्न को स्वागत के रूप में भी मान रहे हैं और जिनके साथ हरिप्रसाद की कभी बनी नहीं वे विदाई के रूप में भी। तो क्या ये जश्न-ए-विदाई ज्यादा थी या स्वागत्म खुशी ?