नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी विधानसभा चुनाव को लेकर पुडुचेरी दौरे पर है. राहुल गांधी ने मछुआरों से मुलाकात की और केंद्र सरकार में मछुआरों के लिए एक अलग मंत्रालय बनाने को लेकर मांग की है. उनके बयान के बाद केंद्रीय मंत्रियों ने चुटकी लेना शुरु कर दिया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और स्मृति ईरानी ने राहुल की अज्ञानता और गलत सूचना फैलाने को लेकर तंज कसा है.

राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं राहुल गांधी को अपने मंत्रालय में बुलाऊंगा और निमंत्रण दूंगा. भारत सरकार मछुआरों के लिए क्या कर रही है, ये लोग इटली से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ये मोदी की सरकार है. अगर मोदी की सरकार को समझना है तो आप इस विभाग को समझ लीजिए. अगर राहुल गांधी गेहूं और जौ में अंतर बता देंगे तो मैं उनको राजनीतिक गुरु मान लूंगा.

दरअसल राहुल गांधी ने पुडुचेरी में मछुआरों को लेकर कहा था कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अलग मंत्रालय बनानी चाहिए. राहुल गांधी ने किसान आंदोलन और मछुआरों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने देश की रीढ़ कहे जाने वाले किसानों के खिलाफ तीन बिल पास किए हैं. आपको आश्चर्य होगा कि मैं यहां मछुआरों के बीच किसानों की बात क्यों कर रहा हूं. मैं आप लोगों को समुद्र का किसान मानता हूं. यदि जमीन के किसानों के लिए दिल्ली में मंत्रालय हो सकता है, तो फिर समुद्र के किसानों के लिए ऐसा क्यों नहीं हो सकता है.

बता दें कि मछुआरों के लिए 31 मई 2019 को ही मोदी सरकार ने नया मंत्रालय बना दिया था. 20 हजार करोड़ रुपए की महायोजना (PMMSY) शुरू की, जो आजादी से लेकर 2014 के केंद्र सरकार के खर्च (3682 करोड़) से कई गुना ज्यादा है.