नितिन नामदेव, रायपुर. बस्तर में सर्व आदिवासी समाज और कांग्रेस की ओर से बुलाए गए बंद को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सही मायने में कांग्रेस बदहवास हो गई है. कांग्रेस के पास ऐसा कौन सा दस्तावेज है जिसमें वह यह कह रही है इसका निजीकरण हो रहा है. जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करते हैं वह एडवांस में करते हैं. बस्तर का शिलान्यास नहीं हुआ था,
संकल्प ले आए कि इसका निजीकरण हो रहा है. विधेयक पारित नहीं हुआ था और संकल्प ले आए इसको नौंवी अनुसूची में जोड़ा जाए. हवा हवाई बातों में राजनीति कर रही है कांग्रेस.

चंद्राकर ने कहा कि बस्तर को इतनी बड़ी सौगात मिल रही है तो कांग्रेस पार्टी को मंच से इसका स्वागत करना चाहिए. कांग्रेस ने अघोषित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने का भी बहिष्कार किया है. हम इसकी कड़ी रूप से निंदा करते हैं.

कांग्रेस ने स्वीकार किया हम पीछे-पीछे चल रहे हैं- चंद्राकर

प्रधानमंत्री के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रायगढ़ जिले में आम सभा को संबोधित करेंगे इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस ने यह स्वीकार कर लिया है कि हम पीछे-पीछे चल रहे हैं. विश्व में भारत का स्थान और राजनीति में पीएम मोदी का स्थान और खड़गे के स्थान की कोई तुलना नहीं बनती. चंद्राकर ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे सीईओ हैं. CEO और देश के प्रधानमंत्री में बहुत अंतर है.

जातिगत जनगणना देश के भविष्य के लिए उचित नहीं- चंद्राकर

जातिगत जनगणना को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा कि मैं किसी भी जाति के विभाजन का विरोध करता हूं. संविधान ने चिन्हित करके जो आरक्षण प्रदान किया है वह पर्याप्त है. समाज के अंदर विभाजन कार्य जैसी बातें करना जो अंग्रेज काल में जाति का जनगणना के आधार पर विभाजित किया जिसका परिणाम आज भी देश भुगत रहा है, मुद्दा विहीन विपक्ष हारने की कगार पर खड़ा है. वह समाज को बांटकर राजनीति करना चाहता है. यह देश के भविष्य के लिए उचित नहीं है.

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