चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव का ऐलान अब कभी भी किया जा सकता है. इस साल के शुरुआती महीनों में ही पंजाब के 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव होना है. हालांकि कांग्रेस में अंतर्कलह अपने चरम पर है. इधर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच भी विभिन्न मुद्दों को लेकर टकराव जारी है. दोनों की ओर से अलग-अलग उम्मीदवारों का समर्थन भी सार्वजनिक तौर पर किया जा रहा है, जिससे कांग्रेस की मुसीबत बहुत बढ़ गई है. सीएम चन्नी और सिद्धू दोनों अलग-अलग रैलियों में भी नजर आ रहे हैं. फिलहाल टिकट बंटवारे को लेकर दोनों के बीच विवाद की स्थिति है, जिससे निपटने में कांग्रेस आलाकमान के पसीने छूट रहे हैं.

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27 सीटें पर टकराव की स्थिति

अब भी 27 सीटें ऐसी हैं, जिस पर कांग्रेस कोई फैसला नहीं ले पाई है. इन सीटों पर मौजूदा विधायकों की सर्वे रिपोर्ट गलत मिली है. इसके अलावा उम्मीदवारी के लिए कई दावेदार होने के चलते लीडरशिप असमंजस की स्थिति में है. इन दावेदारों को लेकर गुटबाजी की स्थिति पैदा हो गई है. कुछ नेताओं का सिद्धू समर्थन कर रहे हैं, तो चन्नी उनसे अलग दावेदारों को आगे बढ़ाते दिख रहे हैं. राज्य की कुल 117 सीटों में से 90 पर उम्मीदवारों को लेकर सहमति की स्थिति है, लेकिन 27 सीटों पर फैसला नहीं हो सका है. स्क्रीनिंग कमेटी ने ज्यादातर मंत्रियों और विधायकों की दावेदारी पर मुहर लगा दी है. इस बीच मोगा में राहुल गांधी की रैली को उनके विदेश दौरे के कारण स्थगित करना पड़ा है. ऐसे में स्क्रीनिंग कमेटी की अगली मीटिंग 2 जनवरी को रखी गई है. उम्मीदवारों के अलावा सीएम चन्नी और सिद्धू के बीच मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी हुई है.

 

बिन दूल्हा कैसी बारात- सिद्धू

सीएम फेस घोषित करने की मांग करते हुए सिद्धू कह चुके हैं कि बिन दूल्हा कैसी बारात. हालांकि इस पर आलाकमान राजी नहीं है. कांग्रेस हाईकमान ने बिना सीएम फेस के ही पंजाब चुनाव में उतरने का फैसला लिया है, ताकि वोट न बंट जाएं. प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने चुनाव से पहले सीएम फेस घोषित करने से साफ इनकार किया है. एक तरफ सिद्धू सीएम फेस घोषित करने की मांग कर रहे हैं, तो वहीं रैलियों में सीएम चन्नी खुद को एक और मौका देने की मांग कर रहे हैं. बटाला, बांगा, फगवाड़ा, सूनम, सनौर, मानसा, गुर हरसहाय समेत कई सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर पार्टी नेताओं के बीच मतभेद दिख रहे हैं. इसके अलावा फिरोजपुर ग्रामीण, बठिंडा ग्रामीण, करतारपुर, फिल्लौर, सुजानपुर जैसी सीटों पर भी टकराव की स्थिति है.