प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। लोहारीडीह के पीड़ितों को न्याय दिलाने और जेल में बंद निर्दोष लोगों की रिहाई सहित प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर कांग्रेस ने कवर्धा में आज बड़ा प्रदर्शन किया. डिप्टी सीएम विजय शर्मा के कार्यालय का घेराव करने के लिए निकले कांग्रेसी बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ रहे, जिन्हें रोकने की कोशिश जारी है. कार्यकर्ताओं ने पहला बैरिकेट तोड़ दिया है और अब वे दूसरा बैरिकेट की तरफ आगे बढ़ रहे हैं. इस प्रदर्शन में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज सहित कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हैं.
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि लोहारीडीह कांड पर पूरा कवर्धा के साथ-साथ प्रदेश जल रहा है. सरकार की नाकामी को लेकर छत्तीसगढ़ आक्रोशित है. मृतक कचरू साहू की बेटी लालेश्वरी अपने पिता के न्याय के लिए लगातार लड़ रही है. वैसे बेटी लगातार कहते आ रही मेरे पिता आत्महत्या नहीं की उनकी हत्या कर पेड़ में लटका दी गई, आखिरकार मध्यप्रदेश पुलिस ने मृतक शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू के कातिलों को हत्या के आरोप में मृतक रघुनाथ साहू के बेटे सहित चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. बैज ने कहा, अगर यहां की पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो लोहारीडीह गांव में और मौतें नहीं होती. अब तक जीतनी मौतें हुई है उसका जिम्मेदार शासन और प्रशासन है. दीपक बैज ने शासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने नाकामी को छुपाने के लिए लोहारीडीह के ग्रामीणों को डराना धमकाना कवर्धा की जनता देख रही है.
वहीं इस मामले पर जिला भाजपा के अध्यक्ष अशोक साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भूपेश बघेल पर हमला किया. उन्होंने कहा, कांग्रेसी शांत कवर्धा को अशांत करने में लगे हैं. मृतक शिव प्रसाद साहू के नाबालिग बेटा बेटियों का उपयोग किया जा रहा है. उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. कांग्रेस के आज धरना प्रदर्शन पर तंज कसते हुए अशोक साहू ने कहा कि लोहारीडीह मामले को लेकर भूपेश बघेल अपना राजनीति चमका रहे थे, लेकिन सफल नहीं हुए. उनके विरोध प्रदर्शन को लोहारीडीह गांव के लोगों ने नकार दिया. इसके साथ ही कवर्धा के लोग भी नकार दिए हैं. प्रदर्शन में हजारों की संख्या में शामिल होने की बात कही गई थी, लेकिन मुठ्ठीभर के लोग प्रदर्शन में शामिल हुए. इससे लगता है कि कांग्रेस की नीति को सब समझ गए हैं. भाजपा की सरकार न्याय कर रही है. जहां भी घटना होती है उनके आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है.
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जानिए लोहारीडीह का पूरा घटनाक्रम
बता दें कि जिले के लोहारीडीह में एक सप्ताह के भीतर 3 लोगों की अलग-अलग कारण से जान चली गई. 14 सितंबर की दरमियानी रात शिव प्रसाद साहू की लाश मध्यप्रदेश के बिरसा थाने के क्षेत्र में पेड़ से लटकती मिली थी. शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने हत्या के शक पर रघुनाथ साहू के घर को आग लगा दी, जिससे रघुनाथ साहू की जलने से मौत हो गई. वहीं इस मामले में पुलिस ने 33 महिला समेत 69 ग्रामीणों को हत्या के शक में गिरफ्तार किया है. इसी बीच 19 सितंबर को हत्या के आरोप में बंद प्रशांत साहू की जेल में मौत हो गई. मृतक के बॉडी में गहरे चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशांत साहू की मौत पुलिस पिटाई के चलते जेल में मौत हुई है. इसके बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए कबीरधाम जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ आईपीएस विकास कुमार को निलंबित किया. वहीं रेंगाखार थाने के निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक सहित वहां पदस्थ कुल 23 पुलिसकर्मियों को भी हटा दिया गया. वहीं कबीरधाम एसपी और कलेक्टर को भी हटा दिया गया.
कचरू साहू की मौत मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता पाई. इस हत्याकांड में बिरसा पुलिस (मध्यप्रदेश) ने मृतक रघुनाथ साहू के बेटे दिनेश साहू सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में रघुनाथ साहू के भांजा रोमन साहू, टेकचंद पटेल और राखीलाल साहू निवासी मध्यप्रदेश के बनाफरटोला बिरसा थाना जिला बालाघाट का रहने वाला है. ये सभी आरोपी मृतक रघुनाथ साहू के करीबी हैं. मृतक रघुनाथ साहू वही व्यक्ति है, जिसे गांव वालों ने घर में बंद कर जिंदा जला दिया था.
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