संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. क्षेत्र में हुए लगातार झमाझम बारिश कहीं सुकून तो कहीं आफत लेकर आई है. लोरमी से महज कुछ ही दूरी पर मुख्य मार्ग में हरदी खेक्तरा गांव है, जो पहली बारिश के बाद पूरा गांव तालाब में तब्दील हो चुका है.

लोक निर्माण विभाग के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य सड़क क्षेत्र परियोजना के अंतर्गत लोरमी से पंडरिया तक मुख्य मार्ग का निर्माण 81 करोड़ की लागत से दुर्ग के नाहर ठेकेदार द्वारा कार्य कराया गया. रोड का निर्माण तो 37 किलोमीटर तक पूरा कर लिया गया है, लेकिन सड़क के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले में पूरे गांव का पानी निकल जाए,

ऐसी कोई उचित व्यवस्था गांव में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा नहीं की गई है. जिसके चलते लोरमी से पंडरिया मुख्य मार्ग के हरदी खेक्तरा गांव में पहली बरसात के बाद गांवों की गलियों में बारिश का पानी भरने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई घर ऐसे भी हैं जो पानी में डूबने की वजह से टूटने की स्थिति में है.

गांव के ही बुजुर्ग महिला त्रिवेणी बाई का कहना है उनके घर में पानी भर जाने के कारण उनके पास खाना खाने तक की जगह नहीं है. पानी के निकासी की व्यवस्था सही नहीं होने से कीचड़युक्त गंदे पानी से होकर ही ग्रामीणों को निकलना पड़ रहा है. खासकर छोटे-छोटे बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर पानी भरे रास्ते से आने-जाने को मजबूर हैं.

ग्रामीणों का कहना है पंचायत सरपंच और सचिव द्वारा किसी तरह गांव के हित में कोई भी कार्य नहीं करवाते हुए जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. पूरा गांव कीचड़ से सराबोर है. वही इससे गंभीर बीमारी फैलने का डर भी लोगों में बना हुआ है.ग्रामीणों का आरोप यह भी है इसकी शिकायत लगातार ग्राम पंचायत के सरपंच सहित उच्चाधिकारियों को कई बार की गई, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

इस पूरे मामले को लेकर लोरमी के तहसीलदार तुलसीदास मरकाम से बात की गई, तो उन्होंने कहा की निरीक्षण के बाद इस पूरे मामले में उचित कार्यवाही की जायेगी.