रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शांति नगर सिंचाई कालोनी, मालवीय रोड, स्थित नगर निगम बिल्डिंग, कटोरा तालाब स्थित पी.डब्लू.डी. कालोनी के व्यावसायिक उपयोग व शासकीय जमीन को बेचने की प्रक्रिया की तीखे शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार शहर को कांक्रीट के जंगल में तब्दिल करने व शासकीय जमीनों के व्यावसायिक उपयोग के लिए बेचने में तुली हुई है।

बृहमोहन अग्रवाल ने एक बयान जारी कर कहा है कि शहर के मध्य हरियाली से अक्छादित एक मात्र खुली काॅलोनी सिंचाई काॅलोनी शांति नगर पर इस सरकार की बेचने की नियत लगी है। शहर में शासकीय आवासो की कमी व आर्थिक संकट के बीच भी सरकार 500 से अधिक सरकारी कर्मचारियों के रहने के लायक इस काॅलोनी को जमीदोज कर रही है व अरबो रूपये की स्थायी सम्पति को तोड़कर बर्बाद कर रही है। शहर में खुले जगह एवं हरियाली की कमी है, भीड़-भाड़ व व्यस्तत्म ट्रैफिक है ऐसे हालतो में शहर के मध्य इस जगह पर व्यावसायिक काॅम्पलेक्स लाकर, कांक्रीट का जंगल खड़ा कर शहर की ट्रेफिक व्यवस्था को ध्वस्त करने की तैय्यारी चल रही है। शांति नगर की काॅलोनी को तोड़कर, हरे भरे वातावरण को नष्ट कर जिस हाउसिंग बोर्ड को यह जमीन बेचने के लिए दे रहे है। वे शहर के चारो तरफ बनाये अपने 10 हजार से उपर मकानो को ही नहीं बेच पा रहे है।

शहर के मध्य स्थित बेशकीमती शासकीय जमीनो को बेचने के पीछे गहरा षडयंत्र है। सरकार को चाहिए कि शहर के मध्य स्थित शासकीय जमीेनों को नगरवासियों के हित में कांक्रीट के जंगल खड़ा करने के बजाय ऑक्सीजोन, पार्क, पांर्किंग एवं खेल मैदान का निर्माण किया जाना चाहिए। शहर के मध्य मालवीय रोड में जवाहर बाजार के बाद नगर निगम भवन (रविशंकर शुक्ला हाल) को तोड़कर अब वहाँ पर भी व्यावसयिक काॅम्पलेक्स बनाने की योजना पर सरकार काम कर रही है। रायपुर के हृद्य स्थल एवं सर्वाधिक व्यस्तत्म इलाके में यह निर्माण ट्रैफिक की स्थिति को और भयावह करेगा।

इस सरकार ने 2 सालो में शहर में बनाई गई सम्पत्ति को तोड़ा ही है, नुकसान पहुचाया है एक भी निर्माण नही किया है। शहर के व्यस्तत ट्रेफिक के बीच बूढ़ापारा से नेहरू नगर टिकरापारा को जोड़ने वाली एक सड़क को बंद कर दिया गया है। सप्रेशाला व दानी स्कूल मैदान को छोटा कर दिया गया। कलेक्टर केम्पस के अनेक भवनो को तोड़ा गया। शुलभ शौचाल्यों को तोड़ा गया। तीरथगढ़ जल प्रपात कह प्रतिकृति को तोड़ा गया। डाॅ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी गौरव वाटिका को तोड़ा गया। कामकाजी महिला छात्रावास को तोड़ा गया। उद्योग भवन, महिला बाल विकास कार्यालय, कृषियंत्री परिसर को तोड़ा गया। अटल एक्सप्रेस वे एवं स्काईवाक सहित अनेक निर्माण कार्य आज 2 साल से जहाँ के वहाँ पड़ा हुआ है। यही है इस सरकार की 2 साल की उपलब्धि।

उन्होंने कहा कि रायपुर की पहली आवश्यकता ट्रेफिक की समस्या से शहर को निजाद दिलाना है। इसके कारण छोटी रेल्वे लाईन पर अटल एक्सप्रेस वे नहर के ऊपर केनाल रिंग रोड, महाराजबंध तालाब रोड, बूढ़ातालाब के ऊपर बूढ़ापारा से नेहरू नगर रोड, नहर के ऊपर धमतरी रोड से पुरानी धमतरी रोड, मठपुरैना से भाठागांव रोड, कोय रोड, राम नगर रोड, गोगांव रोड सहित अनेक नए रोड बनाए गए थे। अब इन सड़को को मैंटेन करने की बात तो दूर, इसमें से बूढ़ापारा से नेहरू नगर रोड बंद कर दिया गया। 1 साल में जिस एक्सप्रेस को बनाकर चालू कर दिया गया था उसका 2 साल में सुधार नही कर पाए है। 2 साल में स्काईवाक पर निर्णय लेकर काम प्रारंभ नही कर पाए। अग्रवाल ने कहा कि शहर की पहली प्राथमिकता ट्रेफिक की समस्या से निजाद दिलाना है। शहर के मध्य कोई भी शासकीय जमीन पर व्यावसायिक निर्माण प्रतिबंधित हो।