कुमार इंदर, जबलपुर। जूनियर डॉक्टर्स की मुश्किलें अब बढ़ने लगी है। इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों को हॉस्टल खाली कराने के साथ ही बॉण्ड की राशि जमा करने के निर्देश दिये गए हैं। वहीं अब उनके खिलाफ हाईकोर्ट में अवमानना की याचिका दाखिल की गई है।
एक्टिविस्ट डॉ एमए खान ने याचिकादाखिल की है। उन्होंने न्यायालय से जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का मामला चलाने की मांग की है।
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आपको बता दें हाईकोर्ट ने जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर नाराजगी जाहिर की थी। 4 जून को हाईकोर्ट ने डॉक्टरों को 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर काम पर वापस लौटने का आदेश दिया था। लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने हाईकोर्ट के आदेश मानने की बजाय सामूहिक रुप से इस्तीफा दे दिया था।
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हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश भर में 3500 जूनियर डॉक्टरों ने अपना सामूहिक इस्तीफा दे दिया था। जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे के बाद जीएमसी भोपाल ने 28 जूनियर डॉक्टरों का इस्तीफा मंजूर कर लिया था और उन्हें हॉस्टल खाली करने के साथ ही बॉण्ड का 30-30 लाख रुपये जमा करने का निर्देश दिया था।
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ये है मांगें
- सरकार की ओर से 6% सालाना मानदेय बढ़ाने का वायदा पूरा किया जाए
- जूनियर डॉक्टरों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए
- कोरोना के दौरान प्रति महीने 10 हज़ार रुपये मानदेय देने का वायदा पूरा किया जाए
- जूनियर डॉक्टर्स को ग्रामीण सेवा के बंधन से मुक्त किया जाए
- कोरोना काल में सेवा के लिए प्रशस्ती पत्र दिया जाए जिसका फायदा सरकारी भर्तियों में मिले