शशिकांत डिक्सेना, कटघोरा। कोरबा में रविवार को चंगाई सभा को लेकर विवाद हो गया। ईसाई समुदाय और ग्रामीणों के साथ हिंदू संगठन आमने-सामने आ गए। विवादित पास्टर बजरंग जायसवाल पर आरोप है कि उन्होंने पहले कटघोरा में चंगाई सभा की थी, जिसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। अब वे सुतर्रा में चंगाई सभा कर रहे थे, जिसकी शिकायत ग्रामीणों और हिंदू संगठन ने की है। इस दौरान मौके पर जमकर हंगामा हुआ और दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। दोनों ही पक्ष कटघोरा थाना पहुंचे, जहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और माहौल तनावपूर्ण बन गया।

हिंदू संगठन के लोग थाने पहुंचकर इस पर कार्रवाई करने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि बजरंग जायसवाल इससे पहले कटघोरा में चंगाई सभा कर रहा था, जिसका विरोध करने के बाद काफी हंगामा हुआ और उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे जेल भी दाखिल किया गया था। लेकिन फिर से वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। इस बार कटघोरा छोड़कर अब सुतर्रा में वह इसी तरह का काम कर रहा है। इसे लेकर लोगों में भारी आक्रोश है और कार्रवाई की मांग की जा रही है।

हिंदू संगठन के सदस्य ने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे तो बजरंग जायसवाल के साथ बाहर से भी कुछ लोग आए हुए थे, जहां महिलाओं की भी काफी संख्या थी। उन्होंने बताया कि वे खुद कहते हैं कि बीमारियां और तकलीफें उनके केयर करने से ठीक हो रही हैं। कहीं न कहीं ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जिनके बच्चे नहीं होते, जिन्हें कैंसर होता है और इसके अलावा कई गंभीर बीमारियां होती हैं, वे उनके द्वारा ठीक की जाती हैं। इस तरह से बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं।

हिंदू संगठन के एक सदस्य ने बताया कि बजरंग जायसवाल के खिलाफ पहले भी मोर्चा खोला गया था और आज भी आंदोलन कर रहे हैं। आने वाले समय में इसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी। वहीं कटघोरा थाना पहुंचने के बाद दोनों ही पक्षों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।

वहीं कटघोरा थाना पहुंचने के बाद दोनों ही पक्षों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान हिंदू महासभा, भारतीय जनता पार्टी, गौ सेवा संगठन और बजरंग दल से जुड़े पदाधिकारी व कार्यकर्ता थाने में उपस्थित रहे।