पुरषोत्तम पात्र गरियाबंद . राजिम स्थित जिला सहकारी बैंक में 14-15 दिसंबर की रात को हुई 9 लाख 80 हजार रुपए की चोरी का मामला गरियाबंद पुलिस ने 36 घंटे के अंदर सुलझाने में कामयाबी पाई है. मामले में बैंक के बगल में ही बढ़ई का काम करने वाले आरोपी युवक से चोरी की गई रकम को जब्त कर जेएमएफसी राजिम में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 14-15 दिसंबर की दरमियानी रात राजिम स्थित जिला सहकारी बैंक की तिजोरी को कटर से काटकर उसमें रखे 9 लाख 80 हजार रुपए की अज्ञात चोर ने चोरी कर ली थी. गरियाबंद एसपी एमआर आहिरे और एएसपी नेहा पाण्डेय के निर्देशन और गरियाबंद एसडीपीओ संजय धुव के नेतृत्व में मामले की जांच में जुटे थाना राजिम स्टाफ व क्राइम ब्रांच की टीम ने संदेहियों से पूछताछ की. 

मुखबिर से जानकारी मिली कि बैंक के बाजू में मेडिकल स्टोर के लिए एक रूम में एक माह से रेक बनाने का काम किया जा रहा है. जहां कार्यरत एक कारपेन्टर लोमेश साहू घटना से दिन 14 दिसंबर और उसके एक दिन पहले भी काम पर नहीं आया था. इस पर बेलटुकरी, थाना राजिम निवासी लोमेश साहू पिता सियाराम साहू (25 साल) से पूछताछ करने पर पहले टाल मटोल करता रहा, लेकिन कड़ाई से पूछताथ करने पर उसने चोरी करना स्वीकार किया, उसके बताए अनुसार, चोरी की गई रकम और चोरी के लिए प्रयुक्त संसाधन छिपाए गए स्थान से जब्त किए गए. अपराध सबूत पाये जाने के बाद आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय जेएमएफसी राजिम में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया. 

वारदात का तरीका भी खास

चोरी के संबंध में आरोपी लोमेश साहू ने बताया कि बैंक के सामने का मेन विद्युत कनेक्शन को काटकर सामने सीढी से बैंक के उपर बिल्डींग के छत में चढकर बैंक के बाथरूम के उपर में लगे रोशन दान में लगे राड को कटर मशीन से काटकर बाथरूम में उतरकर बैंक के अन्दर स्ट्रांग रूम के चैनल गेट में लगे ताला और दरवाजा में लगे ताला को कटर मशीन से काटकर अंदर पहुंचा, जहां बड़े पेटी में रखी रकम 980000 रुपए की चोरी कर जिस तरह से अंदर गया था उसी जगह से बाहर निकल आया. 

इस कार्यवाही में थाना प्रभारी राजिम निरीक्षक विकास बघेल, उपनिरीक्षक नरेन्द्र साहू, सहायक उपनिरक्षक खुमनलाल महिलांग, सदाराम सोरी, प्रधान आरक्षक टीकाराम ध्रुव, आरक्षक मनोज पटेल, खिलेश सोनी, मनोज खुटे, खोमन साहू, घनश्याम जांगडे, सुरज सिंह राजपूत, विजय यादव, जितेन्द्र कर्ष, मनोज सिंह, सैनिक हितेश तारक, निर्मल पटेल, क्राइम स्क्वॉड प्रभारी सउनि संजय सिंग मेरावी, प्रधान आरक्षक अंगदराव, आरक्षक चूडामणी देवता, प्रधान, सपना भुप, गणरा आदित्य नगर सैनिक पुरूषोत्तम डाहटे का विशेष योगदान रहा.