रायपुर। प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक 5 सदस्यों की गैरमौजूदगी में शुरू हुई। कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया मिशन 2018 की तैयारियों लेकर समन्वय बनाने में जुट गए। पुनिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित 16 सदस्य बैठक में शामिल हुए।

बैठक में नेताओं की बीच समन्वय बनाकर कांग्रेस पार्टी को 2018 विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाकर चलने के निर्देश दिए गए। किसानों के मुद्दे पर आक्रमक रुख पार्टी को रखने की बात कही गई। बैठक में धान बोनस और समर्थन मूल्य के मसले को लेकर व्यपाक जन आंदोलन शुरू करने पर चर्चा हुई।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से सुझाव भी मिले। इन सुझावों में प्रदेश भर में एक जन आंदोनल और खास तौर पर एससी और एसटी सीटों पर फोकस रखने के साथ पिछड़ा वर्ग में जनाधार को बढ़ाने पर चर्चा हुई। यह भी कहा जा रहा है कि बीते चुनाव में आदिवासी सीटों के जीत की संख्या को बढ़ा कर 20 से अधिक करने और अनुसूचित जाति वर्ग के बीच परम्परागत वोट बैंक को बढ़ाकर सीटों की संख्या को 1 से बढ़ाकर 5 से अधिक करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

इसके साथ ही बीजेपी की ओर से पिछड़ा वर्ग को लेकर शुरू किए जा रहे आंदोलन पर भी चर्चा हुई। वहीं पुनिया ने आलाकमान की ओर से दिए गए निर्देशों से भी समन्वय समिति के सदस्यों को अवगत कराना।

बैठक में समन्वय समिति के सदस्य कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, विधायक रामदयाल उइके, पुष्पा सिंह, कमला मनहर और इंग्रिड मैक्लॉड नहीं पहुँचे।

सदस्यों की गैरमौजूदगी से ये सवाल उठ रहा है कि जब समन्वय समिति में समन्वय नहीं तो फिर बैठक पर पूर्ण सहमति बने कैसे।