साल 2020 कोरोना वायरस की महामारी अब तक खत्म ही नहीं हुई थी कि अब नए साल में इसे लेकर अब नई आपदा का अंदेशा है.
क्रिसमस (Christmas Day) से ठीक पहले ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. यही कारण है कि यहां कई इलाकों में ऐतिहातन सख्त लॉकडाउन लगाया जा चुका है. इस वायरस के खतरनाक प्रभावों को देखते हुए भारत सरकार ने भी चिंता जाहिर की है.
इसके बाद भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ज्वाइंट मॉनिटरिंग ग्रुप के साथ उच्च स्तरीय बैठक करते हुए कोरोना वायरस के इस नए सीक्वेंसिंग पर चर्चा की.
इस तरह की आपदा भारत में आने से पहले ही इससे निपटने की योजना बनाने पर बैठक में जोर दिया गया. बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना म्यूटेशन आने के बाद अचानक केस में बढ़ोतरी हुई है.
जानकारों की माने तो किसी भी वायरस में लगातार म्यूटेशन होता रहता है. ज्यादातर वेरिएंट खुद ही म्यूटेट होने के बाद मर जाते हैं, लेकिन कभी-कभी वायरस म्यूटेट होने के बाद पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक होकर सामने आते हैं.
ये प्रक्रिया इतनी जल्दी होती है कि वैज्ञानिकों को भी समझने और रिसर्च करने में समय लगता है और तब तक वायरस एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ले चुका होता है. ऐसा ही कुछ ब्रिटेन समेत कई देशों में अब दिख रहा है.
यही कारण है कि सरकार ने कोरोना की जारी गाइडलाइन का सख्त पालन करने के निर्देश दिए है.