रायपुर। हर बिरदारी में कुछ लोग बड़े ही बेईमान होते हैं. संकट के समय में भी ये बेईमानी, कालाबाजारी, मुनाफाखोरी से बाज नहीं आते हैं. इमान-धरम बेच के बैठने वाले ऐसे लोग किसी से नहीं डरते हैं. इन पर सरकार की चेतावानी का कोई असर ही नहीं पड़ता. तभी तो कोरोना जैसे विश्वव्यापाी संकट काल में भी कुछ एक व्यापारी ऐसे हैं जो जमकर मुनाफाखोरी में लगे हुए हैं.

होलसेल दवा मार्केट से सर्जिकल और कोरोना से बचाव संबंधी दवा खरीदने वाले कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि मौजूदा संकट में भी कुछ बड़े दवा व्यापारी ऐसे हैं, जो कि जमकर मुफाखोरी में जुटे हुए हैं. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जो इक्यूमेंट उन्हें कुछ दिनों पहले तक 900 रुपये में मिल रहा था वह अब 1300 में मिल रहा है. इसी तरह से डेटॉल, सेनेटाइजर, मास्क या वे प्रोडेक्ट जो कोरोना से बचाव में अभी सबसे ज्यादा उपयोगी उन्हें भी शार्टेज बताकर ज्यादा कीमत में बेच रहे हैं.

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि सरकार ने मुनाफाखोरी नहीं करने की चेतावनी भी दी है. बावजूद इसके कुछ एक बड़े दवा व्यापारी ऐसे हैं जो सरकार से डर ही नहीं रहे हैं. उन पर किसी तरह की चेतावनी का असर ही नहीं हो रहा है. वे अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं. उम्मीद है कि सरकार ऐसे कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.