रायपुर. पूरे देश में अब तक कोरोना मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया था. लेकिन अब एम्स भोपाल में कोरोना मरीज के पोस्टमार्टम करने की तैयारी है.
लेकिन कोरोना मरीज का पोस्टमार्टम अन्य देशों में किया गया है, जहां चौकाने वाले खुलासे सामने आए है.
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भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद से मंजूरी मिलने के बाद भोपाल AIIMS ने रिसर्च के लिए संक्रमित बॉडी का पोस्टमार्टम किया जाना है. रिसर्च के लिए भोपाल AIIMS में कम से कम 10 संक्रमित शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा.
विदेशों में हुई रिसर्च में ये सामने आया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के दिल, दिमाग और फेफड़ों में खून का थक्का बन जाता है. भारत में कोरोना मरीजों के शरीर पर इस वायरस का क्या असर हो रहा है ये अभी तक पता नहीं चल पाया है इसीलिए ये रिसर्च की जा रही है.
एम्स भोपाल में रिसर्च के बाद डॉक्टरों को मालूम होगा कि मरीज के किस ऑर्गन को बचाना है. दरअसल ऐसा होने पर कोरोना मरीजों की मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलेगी.