सुप्रिया पांडेय, रायपुर। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार दशहरे में रावण के पुतले का दहन नहीं किया जाएगा, बल्कि रावणभाटा में प्रतिकात्मक पुतले का वध किया जाएगा. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शामिल होने की संभावना है.

रावणभाठा दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि हर साल यहां पर दशहरे के अवसर पर भारी भीड़ होती है, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से यहां रावण दहन नहीं किया जाएगा. परंपरा का निर्वहन करते हुए प्रतीकात्मक रावण का वध किया जाएगा. इसके साथ ही दूधाधारी मठ से यहां बालाजी की पालकी आती है, उस पालकी को विशेष रूप से दशहरे के दिन ही लाया जाता है. इस बार आतिशबाजी भी ज्यादा नहीं होगी.

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शामिल होंगे. इसके साथ ही हमने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निवेदन किया है, और उन्होंने आने की सहमति भी दी है. करीब 100 लोगों की उपस्थिति में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. हमने पुलिस से व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. आम जनता को कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.. कार्यक्रम में किसी भी तरह की भीड़ ना हो इसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी.