नई दिल्ली। जनवरी-फरवरी में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने देश की अधिकतर आबादी को अपनी चपेट में ले लिया था, जिसके बाद कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे. स्कूल-कॉलेज और कोचिंग सेंटर्स भी दिल्ली में बंद कर दिए गए थे और यलो अलर्ट जारी किया गया था. जब देश में कोरोना के मामलों में कमी आई, तब प्रतिबंध खत्म किए गए और धीरे-धीरे स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, बाजार भी खोले जाने लगे. दिल्ली में तो मास्क पहनने पर भी अब कोई पाबंदी नहीं रह गई है. इधर जैसे ही स्कूल खुले, वैसे ही दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं.

कोरोना के XE वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं, अस्पतालों में केवल 49 मरीज भर्ती- स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

नोएडा और गाजियाबाद के इन स्कूलों को फिलहाल किया गया बंद

11 अप्रैल को नोएडा के सेक्टर 40 के खैतान पब्लिक स्कूल (Khaitan Public School) में एक साथ कोरोना के 16 मामले सामने आए, जिसमें से 13 बच्चे और 3 टीचर संक्रमित थे. इतने सारे मामलों को देखते हुए स्कूल मैनेजमेंट ने फिलहाल स्कूल को बंद कर दिया है और स्कूल ऑनलाइन मोड पर चलाए जाने की बात सामने आई है. इसके अलावा गाजियाबाद के भी 2 स्कूलों में पॉजिटिव केस मिलने के बाद स्कूल बंद किए जा चुके हैं. मंगलवार को गाजियाबाद के दो स्कूलों में 5 और छात्र कोरोना संक्रमित मिले. इससे पहले इन्हीं दोनों स्कूलों में 9 छात्र कोरोना संक्रमित मिले थे. जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ आरके गुप्ता ने बताया कि 3 छात्र वैशाली स्थित केआर मंगलम स्कूल के हैं और 2 छात्र इंदिरापुरम के सेंट फ्रांसिस स्कूल के हैं. छात्रों की उम्र 10 से 13 वर्ष है. इस बीच देश में कोरोना के नए वेरिएंट XE ने भी अपना कदम रख दिया है.

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XE वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं- स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

इधर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुजरात में मिले कोरोना के XE वेरिएंट को लेकर कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है. XE वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है. जब तक कोई ”वेरिएंट ऑफ कंसर्न” नहीं आता है, तब तक चिंता करने की बिल्कुल जरूरत नहीं. रोजाना दुनियाभर में कोई न कोई नया वेरिएंट आ ही रहा है. हमें कोरोना के नए-नए वेरिएंट के साथ रहना सीखना होगा, ये वेरिएंट आगे आते रहेंगे. हालांकि, हमें अभी भी कोरोना के नियमों का पालन करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से कोरोना से बचाव के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.

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दिल्ली में कोरोना के आंकड़े

इस बीच दिल्ली में कोरोना के मामलों की बात की जाए, तो यहां बीते 1 हफ्ते में कोरोना के 943 नए मामले सामने आए हैं और अगर पॉजिटिविटी रेट की बात करें, तो वो 2.70 पर्सेंट पहुंच गई है. दिल्ली में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 601 है, वहीं दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर में 24 घंटे में 20 नए मामले सामने आए हैं और अब एक्टिव केस 68 रह गए हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना से घबराने की बात नहीं कही है, उन्होंने भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने को कहा है और मास्क लगाने की अपील की है. दिल्ली में कोरोना के मामलों पर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हम दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. फिलहाल संक्रमण दर पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है.

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हर परिस्थिति से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार पूरी तरह से तैयार

मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या इतनी कम है कि बिस्तरों को बढ़ाए जाने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है. दिल्ली में मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त है. सरकार आने वाली गंभीर से गंभीर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. दिल्ली सरकार ने हाल ही में 7 नए अस्पताल को बनाने का काम शुरू किया है, जो आने वाले कुछ महीनों में बनकर तैयार हो जाएंगे. इन नए अस्पतालों के बन जाने से दिल्ली में तकरीबन 7 हजार अन्य बेड बढ़ाए जा सकेंगे. सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार की तरफ से सरकारी अस्पतालों में लोगों को जल्द ही प्रीकॉशन डोज मुफ्त में लगाई जाएगी. जिस वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगी थी, उसी वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज लगाई जाएगी. जिन लोगों को दूसरी डोज लिए 9 महीने पूरे हो गए हैं, वे प्रीकॉशन डोज ले सकते हैं.

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