नई दिल्ली। कोरोना को लेकर आम लोगों के बीच कितनी दहशत है, इसका नजारा जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में देखने को मिला, जहां कोरोना संक्रमित बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करने पहुंचे परिजनों पर हमला कर दिया. हालत यह रही कि परिजन अधजली लाश को लेकर भागने को मजबूर हुए.
डोडा जिले के रहवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो गई. जम्मू इलाके में कोरोना वायरस से यह चौथी मौत थी. मृतक की पत्नी, दोनों बेटे और निकट संबंधी अंतिम संस्कार के लिए एंबुलेंस से शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे. अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के पहुंचे स्थानीय लोग रोकने लगे. थोड़ी देर बाद स्थिति और बिगड़ गई और लोग पत्थरबाजी पर उतर आए, आखिरकार अधजले शव के साथ परिजनों को एंबुलेस में भागना पड़ा.
मृतक के बेटे ने बताया कि हमने सरकार से शव को अंतिम संस्कार के लिए अपने गृह जिला ले जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन हमें भरोसा दिलाया गया कि यहां पूरी व्यवस्था है और अंतिम संस्कार में कोई परेशानी नहीं होगी. बेटे का आरोप है कि मौके पर मौजूद सुरक्षा अधिकारियों ने कोई मदद नहीं की.
बेटे का कहना है कि एंबुलेंस ड्राइवर और अस्पताल स्टॉफ ने हमारी काफी मदद की और वापस अस्पताल तक लेकर आए. उन्होंने कहा कि सरकार को कोरोना संक्रमण से मृत लोगों की अंतिम क्रिया के लिए बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए.
बाद में बुजुर्ग के शव को शहर के भगवती नगर इलाके में स्थित श्मशान घाट ले जाया गया, जहां वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया.