रायपुर. कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है. कोरोना एक और वेरिएंट ने दस्तक दे दी है. नया वेरिएंट से एशिया और यूरोप के कई देशों में तबाही मचा रखा है. इस नए वेरिएंट के मामले सामने आने से चौथी लहर की संभावना जताई जा रही है. इस बीच भारत में XE वेरिएंट का पहला मामला दर्ज हुआ है. ऐसी रिपोर्ट बीएमसी ने दी है. हालांकि केंद्र ने इस खबर को खारिज कर दिया है.
हालांकि नए वेरिएंट के सामने आने से लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि ये नया वेरिएंट कितना खतरनाक है और ये कितनी तेजी से फैलता है. इन सभी प्रश्नों का जवाब महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ गौतम भंसाली ने दिया है. डॉ गौतम ने बताया कि XE वेरिएंट ओमीक्रॉन का एक हिस्सा है जो B.A.1 और B A.2 के संयोजन से बना है. XE वेरिएंट 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है, लेकिन इसके लक्षण इतने गंभीर नहीं है. लंदन में इस वेरिएंट के अब तक 600 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं लेकिन खतरे की कोई बात नहीं है.
बता दें कि मार्च के महीने में दक्षिण अफ्रीका से आई महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी लेकिन अप्रैल में बीएमसी ने XE वेरिएंट होने की पुष्टि की. इसका कारण है कि जीनोम प्रशिक्षण में वक़्त लगता है इसीलिए एक महीने बाद बीएमसी ने जानकारी दी.
वहीं महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स फिलहाल किसी भी प्रतिबंधों के बारे में फिर से विचार नहीं कर रही है. लोगों से अनुरोध है के घबराएं नहीं और सावधानी बरतते रहें. वहीं भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सूचना दी है के महिला की रिपोर्ट की फिर से जांच की जाएगी और फिर XE वेरिएंट है के नहीं इसकी पुष्टि की जाएगी.
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